गंगातटवर्ती क्षेत्र का सौन्दर्यीयकरण जल्द हो

यदि राज्य और केन्द्र सरकारें मिलकर इसके विकास में थोड़ा भी सहयोग करें तो स्थानीय लोग ब्रजघाट को अपने प्रयास से ही बहुत सुन्दर और उपयोगी क्षेत्र बना लेंगे।

कश्मीर घाटी में आयी भयंकर प्राकृतिक आपदा ने उत्तराखंड की भयंकर आपदा की तरह देशवासियों को हिलाकर रख दिया है। ऐसें में यहां के बहुत से लोगों का कहना है कि अब पयर्टन के लिए पहाड़ी इलाकों में जाने के नाम से लोगों को भय लगने लगा है। कुछ लोगों का मानना है कि पहाड़ों के साथ अनावश्यक छेड़छाड़ ने इस आपदा को निमंत्रण दिया है।

अध्यापक छतरपाल सिंह, भाकियू नेता कृपाराम राणा, मूलचंद यादव, सिंभावली शुगर मिल कर्मी स. हरपाल सिंह, व्यापारी विनोद अग्रवाल समेत कई प्रतिष्ठित लोगों का कहना है कि पहाड़ी क्षेत्रों के बजाय गंगा का ब्रजघाट से लेकर गढ़मुक्तेश्वर तक का दोनों ओर का तटवर्ती क्षेत्र ऐसा इलाका है जहां पर्यटक क्षेत्र विकसित करने की अपार संभावनाये हैं। यह सुरक्षित, सुलभ, सुरम्य और रोजगारपरक क्षेत्र है। यदि राज्य और केन्द्र सरकारें मिलकर इसके विकास में थोड़ा भी सहयोग करें तो स्थानीय लोग इसे अपने प्रयास से ही बहुत सुन्दर और उपयोगी क्षेत्र बना लेंगे। इसी के साथ यहां गंगा का सौन्दर्य भी बढ़ जायेगा। यहां से खनन माफियाओं का सफाया भी हो जायेगा। खनन माफिया ही इस क्षेत्र के सौन्दर्यीयकरण में बाधक बने हैं। इस क्षेत्र के विकास के लिए यह बहुत ही उत्तम समय है।

-टाइम्स न्यूज ब्रजघाट
 
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