महाराष्ट्र चुनाव : क्या भाजपा को अभी भी शिवसेना से स्नेह है?

महाराष्ट्र का चुनाव रोचक होता जा रहा है। भले की भाजपा और शिवसेना का गठबंधन कब का टूट चुका हो, लेकिन नरेन्द्र मोदी शिवसेना के खिलाफ बोलने से बच रहे हैं। शिवसेना ऐसा नहीं कर रही। वह गठबंधन में रहते हुए भी मौका मिलने पर भाजपा पर हमला बोलती रहती थी। अब जबकि उनका भाजपा से कोई नाता नहीं तो वह उसपर शब्द वाण छोड़ने से बाज नहीं आ रही।

कई सवाल खड़े हो रहे हैं जिनका उत्तर शायद चुनाव के बाद ठीक तरह से मिल पायेगा। क्या भाजपा को अभी भी शिवसेना से स्नेह है? क्या भाजपा परिणाम के मुताबिक फिर से गठबंधन कर सकती है? सवाल ढेरों हैं जिनकी संख्या चुनाव के करीब आते-आते बढ़ती जा रही है।

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नरेन्द्र मोदी कह चुके कि वे शिवसेना के खिलाफ नहीं बोलेंगे क्योंकि वे बाला साहेब ठाकरे का सम्मान करते हैं और यह उनकी ओर से ठाकरे जी को श्रद्धांजलि है।

भाजपा की चुनावी सभायें जोशीले भाषणों और मोदी-मोदी के नारे के बीच जारी हैं। पार्टी समर्थकों में उत्साह देखते ही बनता है।

वहीं कांग्रेस भी अपना चुनावी अभियान कर रही है। उसने भाजपा पर आरोप लगाया है कि सत्ता में आने से पहले जो वायदे किये थे उनमें से एक भी पूरा नहीं किया।

कुल मिलाकर चुनाव में हर रोज नयी बातें और प्रहार देखने को मिल रहे हैं।

-टाइम्स न्यूज

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