खून की कमी एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या


हमारे देश में खून की कमी एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या रही है. जिसका उन्मूलन देश के विकास के लिए अति आवश्यक है. स्वस्थ जनमानस ही समृद्ध राष्ट्र का आधार है. उक्त विचार स्वास्थ्य के क्षेत्र में अग्रणी जिंदल हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक डा.जिंदल ने एनीमिया (खून की कमी) के प्रति लोगों में जागरूकता लाने हेतु आयोजित एक कार्यक्रम में व्यक्त किये.

उन्होंने बताया कि सांस का फूलना, शरीर में कमज़ोरी, पैरों में दर्द इत्यादि लक्षण हिमोग्लोबिन की कमी होने पर हो सकते हैं. जिनके होने पर, तुरंत अपने खून की जांच करा कर उचित चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए.

कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए प्रसिद्ध दवा निर्माता कम्पनी मैक्लाइड के एरिया मैनेजर एस.एम.सेठी ने जिंदल हॉस्पिटल धनौरा तथा डा. जिंदल्स हैल्थकेयर लिमिटेड, देहरादून द्वारा स्वास्थ एवं समाजसेवा के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा की. उन्होंने जिंदल हॉस्पिटल के प्रबंध तंत्र को आश्वस्त किया कि भविष्य में भी मैक्लाइड फार्मा कम्पनी की ओर से इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहेगा.

जिंदल हॉस्पिटल धनौरा में एनीमिया उन्मूलन हेतु आयोजित इस कार्यक्रम में 175 लोगों की हिमोग्लोबिन की नि:शुल्क जाँच की गयी.

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए जिंदल हॉस्पिटल के चिकित्साधिकारी डा.दिलबाग जिंदल ने कहा कि खून की कमी का पता लगने पर इसका आसानी से उपचार किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि शरीर में हिमोग्लोबिन की कमी अनेक रोगों में केवल एक लक्षण के रूप ही नहीं, बल्कि खुद भी अनेक बीमारियों को उत्पन्न करती है.

जिंदल हॉस्पिटल की बाल रोग विशेषज्ञ डा. राधा जिंदल ने बताया की बच्चों में भी रक्ताल्पता के कारण शरीर का समुचित विकास नहीं हो पाता. अतः अभिभावकों का कर्तव्य है कि आवश्यकता होने पर खून की जांच करायें, व हिमोग्लोबिन की कमी पाए जाने पर बिना देरी किये चिकित्सकीय सलाह लें. उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश में बच्चों में कुपोषण की समस्या वर्षो से पैर पसाये हुए है. परन्तु इस दिशा में जनपद अमरोहा की सरकारी मशीनरी द्वारा किये जा रहे कार्यों को उन्होंने एक सराहनीय कदम बताया.

दिनांक 30 मार्च 2015 को पुष्य नक्षत्र होने पर, बच्चों के स्वास्थ्य के लिए जिंदल हॉस्पिटल द्वारा चलाये जा रहे विशेष कार्यक्रम स्वर्णामृतम का आयोजन भी किया किया गया. जिसमें दूर दराज के क्षेत्रों से आये सैंकड़ो बच्चों के स्वास्थ्य का नियमित परिक्षण कर उन्हें विशेष रूप से तैयार की गयी- “स्वर्णामृत” औषधि पिलाई गयी.

इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से मैक्लाइड फार्मा के पी.एस.ओ. राजेंद्र कुमार, कमलेश जिंदल, अमायरा, डा.कृष्णदेव, डा.तान्या, डा.संदीप आर्य, फ़हीम, रवि, दीपिका, जसपाल सिंह, सरदार वीरेंद्र सिंह, सुधा, श्रीकुमार, अनिता, प्रदीप आदि उपस्थित रहे.

-टाइम्स न्यूज मंडी धनौरा.