राहुल गांधी का चिंतन अभी शायद समाप्ति की ओर है। वे फरवरी से किसी ऐसे स्थान पर चले गये हैं जहां वे खुद को वक्त दे सकें। ऐसा कांग्रेसी नेता कह रहे हैं।
सोनिया गांधी ने कह दिया है कि राहुल गांधी शीघ्र दिखाई देंगे। सोनिया और उनके वरिष्ठ कार्यकर्ताओं में राहुल को लेकर अलग-अलग राय की बात सामने आयी है। सोनिया गांधी राजनीति से राहुल को फिलहाल दूर रखने पर विचार कर सकती हैं। कारण साफ है। जब-जब राहुल को आगे करने की कोशिश की गयी, कांग्रेस पीछे हो गयी।
सोनिया गांधी के साथ ऐसी कोई समस्या नहीं रही। वे राजनीति की बारीकियों को
अच्छी तरह समझती हैं। उनके पुत्र के लिये राजनीति दूर की कौड़ी साबित हुई
है।
राहुल गांधी का चिंतन जैसा भी रहे, लेकिन एक बात तय हो चुकी कि वे सक्रिय राजनीति में अभी पीछे ही रहने वाले हैं। कहना गलत न होगा कि कांग्रेस के पास सोनिया के अलावा कोई मजबूत चेहरा नहीं।
-टाइम्स न्यूज़.
राहुल गांधी का चिंतन जैसा भी रहे, लेकिन एक बात तय हो चुकी कि वे सक्रिय राजनीति में अभी पीछे ही रहने वाले हैं। कहना गलत न होगा कि कांग्रेस के पास सोनिया के अलावा कोई मजबूत चेहरा नहीं।
-टाइम्स न्यूज़.