
नगर के जागरुक नागरिकों की आवाज पर नगर पंचायत गंभीर हुआ है तथा चेयरमेन हरपाल सिंह और सभासदों ने नगर में दस स्थानों पर सुलभ शौचालयों के निर्माण की मंशा जाहिर की है। नगर पंचायत कार्यालय के सूत्रों से पता चला है कि जल्द ही इसके लिए जरुरी प्रक्रिया को अंतिम रुप दिया जाने वाला है।
उल्लेखनीय है कि दसों दिशाओं में सड़क और रेलमार्ग से जुड़ा होने के कारण गजरौला में आने-जाने वालों की भीड़ रहती है। यहां बुध, शुक्र तथा सोमवार सप्ताह में तीन दिन पैठ भी लगता है। जहां स्थानीय और आसपास के काफी स्त्री-पुरुष शामिल होते हैं। मुख्य चौराहों तथा वाहन स्टॉपेज के साथ ही इन बाजारों के आसपास भी कोई शौचालय या पेशाब घर नहीं है। जरुरत पर लोग इधर—उधर तलाश करते हैं तथा मजबूरी में उन स्थानों की आड़ लेकर समस्या निपटाते हैं जहां पहले ही गंदगी का साम्राज्य व्याप्त होता है। बंद खोखे, फैक्ट्रियों की बांउंड्री वॉल, ढाबों की आड़ तथा सरकारी कार्यालयों के इर्दगिर्द मल-मूत्र करना लोगों की मजबूरी होता है। सुबह-शाम हल्के अंधकार में नालों पर सड़कों के किनारे कई लोग बेशरमी से काम को निपटाते देखे जा सकते हैं। वे राह चलते लोगों की शर्म करें तो कहां जायें? इससे नगर गंदगी का गढ़ बनता जा रहा है। जिसके कारण बार-बार संक्रामक रोगों का हमला यहां आम बात है। कई निर्धन आबादी के मोहल्लों में पहले ही शौचालयों का अभाव होने से यह समस्या और भी गंभीर है।
नगर की इस गंभीर समस्या को कई सजग नागरिकों ने उठाया और गजरौला टाइम्स के माध्यम से आवाज बुलंद की। भले ही नगर पंचायत को देर से इस समस्या के समाधान की सुध आयी लेकिन यह अच्छा है कि वह एक अच्छे काम के लिए स्वयं को तैयार तो कर सकी। चेयरमेन और सभासदों को उचित स्थानों का चयन कर शौचालयों का निर्माण कराना चाहिए। कहीं ऐसा न हो कि चेयरमेन और सभासद अपने मकानों के आसपास ही इनका निर्माण करा लें और जरुरतमंदों को लाभ से वांछित रहना पड़े। स्थानीय से बाहरी लोगों को इसका लाभ मिलना चाहिए।
नगर पंचायत में भ्रष्टाचार रोकने को बनेगी निगरानी समिति
नगर के जागरुक लोगों ने इस बात पर खुशी जाहिर की है कि नगर पंचायत की ओर से सुलभ शौचालय निर्माण होने का फैसला हुआ है। इसके लिए इन लोगों ने चेयरमेन हरपाल सिंह का जहां आभार जताया है वहीं हिदायत भी दी है। संभ्रांतगणों का मानना है कि नगर पंचायत में निर्माण कार्यों यथा सड़क तथा नालों आदि में कमीशनखोरी के कारण मानकानुसार सामग्री नहीं लगायी गयी है। जिसमें इ.ओ. पाशा का पूरा संरक्षण रहा है। नगारिकों का कहना है कि निर्माण से पूर्व नगर के ईमानदार लोगों की एक निगरानी समिति बनाई जायेगी, जो निर्माण कार्यों की निगरानी करेगी। यदि गड़बड़ी पायी गयी तो जनसमर्थन से हेराफेरी रोकी जायेगी और जनता की कमाई भ्रष्टाचारियों की जेब में नहीं जाने दी जायेगी। इसके लिए नगर के जागरुक और ईमानदार लोगों को एक मंच पर लाने की तैयारी शुरु कर दी है। सभी अठारह वार्डों में भले लोगों की एक-एक निगरानी कमेटी बनायी जायेगी।
-टाइम्स न्यूज़ गजरौला.
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