किसानों के लिए बिजली की समस्या बहुत गंभीर होती जा रही है। वे रोज धरने-प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हो रही। उन्हें केवल आश्वासन मिल रहा है।
भारतीय किसान यूनियन किसानों की मांगों को लेकर मुखर प्रतीत हो रही है। जिला मुख्यालय पर किसान अपनी मांगों को लेकर पहुंच रहे हैं।
बिजली आपूर्ति में सुधार नहीं हो पा रहा। किसानों की फसलें चौपट हो रही हैं। कहीं कोई सुन नहीं रहा। हताश, निराश किसान वापस लौट आते हैं।
जिले में नये बिजलीघरों का निर्माण हो चुका है, लेकिन बिजली आपूर्ति गड़बड़ायी हुई है। पिछले दिनों किसानों ने एक्सईएन और जेई पर गंभीर आरोप लगाये थे। उनका कहना था कि ये अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं। बिजली कहीं ओर भेजी जा रही है। उनका कहना था कि व्यापारिक प्रतिष्ठानों और उद्योगों से मिलीभगत कर बिजली विभाग के अधिकारी किसानों की बिजली काट रहे हैं। बिजलीघर पर किसानों ने काफी देर तक हंगामा भी किया। इस दौरान गुस्साये किसानों ने अमरोहा शहर की बिजली कई घंटे तक गुल करवा दी थी।
वहीं गजरौला में भी बिजलीघर का ताला लगा दिया गया था। बाद में मशक्कत के बाद ताला खोला गया। तबतक शहर की आपूर्ति बाधित रही।
देहरा मिलक, ढक्का, दौलतपुर को बिजली सप्लाई एक ही ओसीबी से दी जा रही है। जिससे बार-बार फाल्ट या ओवरलोड के कारण आपूर्ति में बाधा उत्पन्न हो जाती है। किसानों को मुश्किल से कुछ घंटे बिजली मिल पा रही है। किसान इससे खासे परेशान हैं। उनके सामने कई संकट खड़े हो गये हैं। उनकी फसलों के लिए पानी का इंतजाम नहीं हो पा रहा। सिंचाई समय पर न होने पाने के कारण फसलें चौपट हो रही हैं। इस हिसाब से तो वे भूखों मरने की नौबत तक पहुंच जायेंगे।
उधर बछरायूं बिजलीघर पर भी किसानों द्वारा प्रदर्शन किया गया। गांव वासियों ने वहां जमकर नारेबाजी की तथा अवर अभियंता को हटाने की मांग भी की।
ग्रामीणों का कहना था कि भटौली गांव की लाईन जोड़ने से ओवरलोड हो रहा है जिसके चलते आपूर्ति बाधित हो रही है। इस संबंध में अवर अभियंता रोहताश कुमार से बार-बार शिकायत की जाती है, लेकिन वे अनसुना कर देते हैं। इस विषय पर वे कोई भी कार्रवाई करने से बच रहे हैं।
सिरसा जट के ग्रामीणों ने बिजलीघर के बाहर एकत्र होकर गजरौला रोड को जाम भी किया। बाद में नींद से जागे अधिकारी पहुंचे और ग्रामीणों को समझा बुझाकर शांत कराया।
अमरोहा जिले में बिजली की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा। किसान आयेदिन धरने-प्रदर्शन को मजबूर हो रहे हैं।
बिजली विभाग को चाहिए कि वे किसानों की समस्या को गंभीरता से लें।
-टाइम्स न्यूज़ अमरोहा.