तिगरी में गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। तिगरी और आसपास के गांवों के लिए खतरा बढ़ता जा रहा है। बाढ़ की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। प्रशासन की ओर से दावा किया जा रहा है कि वह पूरी तरह मुस्तैद है। सभी इंतजाम किये जा चुके हैं। बाढ़ चौकियां अलर्ट हैं।
पहाड़ों पर बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने कह दिया है कि बरसात होती रहेगी। साथ ही आने वाले दिनों में भारी पानी की चेतावनी भी दी जा चुकी है।
बिजनौर डैम से समय-समय पर पानी छोड़ा जा रहा है। हरिद्वार से भी पिछले दिनों कई लाख क्यूसेक पानी रिलीज किया जा चुका है। इससे गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है।
हालांकि सरकारी अधिकारियों का कहना है कि अभी बाढ़ जैसी स्थिति नहीं है, लेकिन वे इससे भी इंकार नहीं कर रहे कि हालात सामान्य हैं। पहाड़ों पर यदि लगातार बारिश होती है तो स्थिति भयावह रुप ले सकती है।
खतरे के निशान के करीब पानी
तिगरी में खतरे का निशान 202 मीटर पर है जबकि ब्रजघाट में 199.35 मीटर है। गुरुवार को तिगरी में 200.25 मीटर तक जलस्तर था। जबकि शुक्रवार को यह बढ़कर 200.60 मीटर तक पहुंच गया।यदि ब्रजघाट की बात की जाये तो वहां गुरुवार में 197.66 मीटर तथा शुक्रवार को गंगा का पानी 197.89 मीटर हो गया।
आसपास के गांवों के लोगों में बाढ़ को लेकर भय बना हुआ है। उन्होंने पलायन के लिए बंदोबस्त किये हुए हैं। उन्होंने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने की तैयारी कर ली है। ऐसा वे हर साल करते हैं। लेकिन मवेशियों आदि के लिए समस्या बरकरार रहती है। हर साल अनेक मवेशी बाढ़ में बह जाते हैं। उनके लिए प्रशासन की ओर से भी उचित व्यवस्था नहीं की जाती, मगर दावे बड़े-बड़े किये जाते हैं।
खतरे के मद्देनजर प्रशासन की ओर से अलर्ट पहले ही जारी है कि गंगा के किनारे आदि स्थानों पर न जायें।
-टाइम्स न्यूज़ गजरौला.
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