पीएम नरेन्द्र मोदी ने भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना डिजिटल इंडिया सप्ताह का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि इससे देश तरक्की की नयी राह पकड़ेगा। गरीब और मजदूर को इसका लाभ मिलेगा।
मोदी ने कहा,‘वक्त बहुत तेजी से बदल चुका है। पहले हम लोग कभी किसी परिवार में जाते थे और छोटे बच्चे से बात करते थे तो बच्चा क्या करता था? अगर आपका चश्मा है तो खींच के ले जाता था या आपकी जेब में पेन है तो उसको उठाता था। वह न चश्मे को हाथ लगाता है न पेन को हाथ लगाता है वह आपका मोबाइल फोन छीनता है। बाकी वह कुछ समझे या ना समझे डिजिटल ताकत को समझता है। समय की मांग है कि हम इस बदलाव को समझें।'

उन्होंने कहा,'हम सवा सौ करोड़ देश वासी हैं, हम 65 प्रतिशत 35 साल से कम उम्र के हैं, ये गीत गाने से बात बनने वाली नहीं है। ये जो भी विरासत है, जो सामर्थ्य है, उसके साथ आधुनिक विज्ञान को, आधुनिक टेक्नॉलॉजी को जोड़ना अनिवार्य है।'
हमारे नौजवान हर चुनौती को स्वीकार करने में सक्षम हैं.
उन्होंने कहा कि दुनिया भर में रक्तविहीन युद्ध या साइबर सुरक्षा के बादल मंडरा रहे हैं। ऐसी स्थिति में मानव जाति को सुख चैन का जीवन देने के लिए भारत आगे आ सकता है। हमारे नौजवान हर चुनौती को स्वीकार करने में सक्षम हैं। ऐसी व्यवस्था बनायें जिससे दुनिया सुरक्षित रहे। हमें इसमें भी आत्मनिर्भर बनना है।
पीएम ने डिजिटल इंडिया वीक के शुभारंभ के दौरान भारत की डिजिटल क्रांति की बात की।
-टाइम्स न्यूज़ नई दिल्ली.
जरुर पढ़ें : योग और भोग का संयोग