नगर पंचायत सभासद अनिल कुमार अग्रवाल का कहना है कि इज़राइल की दवा कंपनी टेवा एपीआइ में विभिन्न दवाओं का निर्माण होता है। जिससे उनमें प्रयुक्त तत्वों के अपशिष्ट यहां के जल में मिलते हैं। यह पानी कई विषैले पदार्थ अपने अंदर समाहित किये होता है। यह प्रदूषित जल प्लांट से ही भूगर्भ में भेजा जा रहा है जिससे पूरा जल विषैला होता जा रहा है।
सभासद के अनुसार फाजलपुर और तिगरिया का भूगर्भीय जल इससे प्रदूषित हो गया है। यही कारण है कि दोनों जगह कई भयंकर बीमारियों के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। वे यहां के जल की जांच की मांग कर रहे हैं तथा प्रदूषित जल को बोरिंग के द्वारा जमीन में भेजने पर प्रतिबंध चाहते हैं। यदि शीघ्र ही ऐसा नहीं किया गया तो गजरौला में कई भयंकर बीमारियों की बाढ़ आ जायेगी।
अग्रवाल के अनुसार हमारे नागरिकों के जीवन के बदले विदेशी कंपनी को काम नहीं करने दिया जाना चाहिए। उन्होंने प्रदूषण रहित इकाईयां यहां स्थापित करने वालों को प्रोत्साहन देने की मांग की है।
सभासद अग्रवाल ने स्थानीय नवयुवकों को स्थानीय उद्योगों में प्राथमिकता से काम देने की भी मांग दोहरायी। उन्होंने कहा कि हमारे नवयुवकों को अयोग्य बताने वाले प्रबंधक अयोग्य।
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-टाइम्स न्यूज़ गजरौला.
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