समझौते से मुकरने पर जुबिलेंट प्रबंधन का घेराव

जुबिलेंट-गजरौला

प्रबंध तंत्र द्वारा श्रमिक शोषण के खिलाफ जुबिलेंट लाइफ साइंसेज लि. के श्रमिक लामबंद होकर आंदोलन छेड़ने को बाध्य हो रहे हैं। इसी सिलसिले में उन्होंने एचआर दफ्तर का घेराव कर धरना दिया। दिनभर यह सिलसिला जारी रहा तथा शीघ्र समाधान की चेतावनी के बाद श्रमिक प्रबंधन के आश्वासन पर धरना समाप्त कर चले गये। इस दौरान मीडिया को अन्दर नहीं जाने दिया। नया एचआर प्रमुख आने से श्रमिकों और प्रबंधन में गतिरोध है।

जुबिलेंट श्रमिक नेता श्रमिकों को साथ लेकर मानव संसाधन तथा प्रशासनिक कार्यालय के सामने एकत्र हो गये। कार्यालय में अधिकारियों के पहुंचते ही यह नजारा देख वह सन्न रह गये। श्रमिकों ने कार्यालय गेट को घेरकर प्रबंधकों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी शुरु कर दी। धरना देकर श्रमिक प्रबंधतंत्र की श्रमिक विरोधी नयी नीतियों के खिलाफ बोलते रहे और न्याय की मांग करते रहे।

श्रमिकों का कहना था कि नयी वेतन वृद्धि नीति को वे स्वीकार नहीं करेंगे। वे प्रबंधन-श्रमिकों में पिछले दिनों हुए वेतन वृद्धि समझौते को लागू करने की मांग कर रहे थे जिसे प्रबंधन मानने को तैयार नहीं था। प्रबंधन का कहना था कि वे इसके लिए वार्ता को तैयार हैं लेकिन पिछले समझौते को लागू नहीं किया जायेगा।

धरने व प्रदर्शन के दौरान प्रबंधन ने श्रमिकों से वार्ता भी जारी रखी। लेकिन निर्णायक स्थिति तक वार्ता न पहुंचने से गतिरोध बरकरार था। दिन ढले तक धरना चलने के बाद बिना किसी आश्वासन के बाद श्रमिक यह कह कर चले गये कि पूर्व में हुए समझौते को लागू कराने तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। अब वे पहली रणनीति तय कर उसके बाद आंदोलन तेज करेंगे।

धरने व घेराव में सुनील तिवारी, नीरज शर्मा, पीके उपाध्याय, उमेश कुमार, राजेश राणा, अमित श्रीवास्तव, एनके झा, रमेश कुमार, आरके त्रिपाठी, तथा जितेन्द्र कुमार सहित सैकड़ों श्रमिक मौजूद थे।

-टाइम्स न्यूज़ गजरौला.

गजरौला-टाइम्स-फेसबुक-पेज