रजाई, गद्दों में रुई भरकर किसी तरह परिवार के भरण-पोषण की गाड़ी खींचने वाले 45 वर्षीय युवक को गजरौला नगर पालिका और बिजली विभाग की लापरवाही ने मौत की नींद सुला दिया। बेकसूर व्यक्ति की मौत से नाराज मोहल्ले वालों को शांत करने के लिए पालिका अध्यक्ष हरपाल सिंह और उनके हमदर्द सभासदों ने मुआवजे की घोषणा कर दी। यह भविष्य के गर्भ में है कि यह मौखिक घोषणा अमल में आयेगी भी या नहीं।
गजरौला नगर पालिका के चौहानपुरी मोहल्ला निवासी अमरजीत ने बस्ती मोहल्ले में रजाई-गद्दों में रुई भरने का काम लगा रखा था। 29 नवंबर की सुबह वह दुकान के आगे सड़क के किनारे काम कर रहा था तभी पालिका का कूड़ा उठाने वाला ट्रैक्टर वहां आया। जो वहां खड़े बिना तार के बिजली के खम्भे से टकरा गया। टक्कर लगते ही खम्भा करीब में काम रहे अमरजीत के ऊपर गिर पड़ा जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी। चालक हादसा होते ही भाग गया। भीड़ इकट्टा हो गयी। अमरजीत के घरवाले और मोहल्ले के लोगों में चीख पुकार मच गयी।
गजरौला नगर पालिका के चेयरमैन हरपाल सिंह को घटना के बाद लोगों ने घेर लिया. बाद में हरपाल सिंह ने एक लाख मुआवजे का ऐलान किया और परिवार के एक सदस्य को नौकरी का आश्वासन दिया.
सूचना मिलते ही पालिकाध्यक्ष हरपाल सिंह, तहसीलदार संजीव यादव, नगर चौकी प्रभारी नीरज कुमार और कई सभासद भी वहां पहुंच गये। मौजूद जनसमूह पालिका इ.ओ. कामिल पाशा तथा बिजली महकमे के संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई तथा मृतकाश्रितों को उचित मुआवजे की मांग करने लगे। मामला शांत होता न देख पालिकाध्यक्ष ने एक लाख नकद राशि और परिवार के एक सदस्य को संविदा पर नौकरी का भरोसा दिया। इससे मामला शांत हो पाया जबकि पालिका प्रमुख के मुंह लगे दो सभासद पालिका कर्मियों का बचाव करते देखे गये।
उधर मौके पर मौजूद तहसीलदार संजीव यादव ने बताया कि घटना की जांच की जायेगी। उसी के बाद पता चलेगा कि मुआवजा मिलेगा भी या नहीं, वे घटना की जांच करके रिपोर्ट डीएम को भेज देंगे। प्रशासन तय करेगा कि घटना के लिए कौन दोषी हैं? तभी कार्रवाई संभव होगी।
-टाइम्स न्यूज़ गजरौला.
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