केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने नमामि गंगा योजना का शुभारंभ करके तिगरीधाम के उद्धार का रास्ता भी खोल दिया है। ब्रजघाट से गढ़ तक गंगा नदी के दोनों तटों को पक्का करके उनका सौन्दर्यीयकरण किया जाना है। इससे तिगरी जैसे उपेक्षित तीर्थ गांव का नक्शा बदलना स्वाभाविक है।
बकौल उमा भारती एक माह में की काम शुरु हो जायेगा। यदि उनकी बात पर भरोसा किया जाये तो गंगा के निकटवर्ती दोनों ओर के दर्जनों गांवों के लोगों को इसका लाभ होगा।
तिगरी एक प्राचीन तीर्थ स्थल और लाखों श्रद्धालुओं का श्रद्धा केन्द्र होने के बावजूद उपेक्षित रहा है।
उत्तर भारत का विशाल गंगा मेला, मिनी कुम्भ की तर्ज पर हर वर्ष लगता है। फिर भी यहां पक्के घाट तक स्नान के लिए नहीं बने हैं।
नमामि गंगा में ब्रजघाट और गढ़मुक्तेश्वर तक गंगा का तटवर्ती सौन्दर्यीयकरण निश्चित रुप से तिगरी का भाग्य बदलने में भी सफल रहेगा।
इससे यहां के बेरोजगार लोगों को रोजगार भी उपलब्ध होंगे।
बशर्ते यह सरकारी योजना बिना किसी बाधा या राजनीति का शिकार हुए सही तरह समय से जमीनी हकीकत बने।