सपा की आपसी रस्सी खींच के बीच आखिर चौ. चन्द्रपाल सिंह अपनी पुत्रवधु रेनु चौधरी को जिला पंचायत अध्यक्ष बनवाने में सफल रहे। इसके लिए कैबिनेट मंत्री कमाल अख्तर, सपा नेता देवेन्द्र नागपाल और अशफाक खां की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इससे चन्द्रपाल सिंह के समर्थकों में खुशी का माहौल है। बसपा तथा भाजपा समेत किसी भी अन्य दल के किसी के मैदान में न आने से रेनु चौधरी निर्विरोध अध्यक्ष बन गयीं।
जिलाधिकारी वेदप्रकाश ने रेनू चौधरी को विजय का प्रमाण पत्र सौंप दिया। इससे सबसे ज्यादा खुशी चौ. चन्द्रपाल सिंह को है जिनके प्रयास से उनकी पुत्रवधु को कामयाबी मिली।
एक जनवरी को रेनू चौधरी ने सपा की ओर से पार्टी प्रत्याशी के तौर पर नामांकन कराया। दूसरे किसी प्रत्याशी ने पर्चा दाखिल नहीं किया। विपक्षी दल भी खामोशी से सारा नजारा देखते रहे।
मैं बारीकी से सभी विकास कार्यों पर नजर रखूंगी और ऐसा बिल्कुल नहीं होगा कि जिला पंचायत में कार्य में ढिलाई बरती जाये। सभी कार्य ठीक प्रकार से हों इसके लिए हमारी पूरी कोशिशरहेगी.
-रेनू चौधरी, जिला पंचायत अध्यक्ष अमरोहा.
इसे कुछ भी कहा जा सकता है। समाजवादी पार्टी के सत्ताधारी होने मुख्य कारण माना जा रहा है। उसपर सभी दिग्गज नेता एक साथ हो गये थे। सपा के दो मंत्री और उनके साथ दूसरे नेता, सभी ने मिलकर प्रभाव दिखाया।
रेनू चौधरी ने कहा है कि उनकी पहली प्राथमिकता क्षेत्र के विकास से जुड़ी समस्याओं को हल करना है। वे बारीकी से सभी विकास कार्यों पर नजर रखेंगी और ऐसा बिल्कुल नहीं होगा कि जिला पंचायत में कार्य में ढिलाई बरती जाये। सभी कार्य ठीक प्रकार से हों इसके लिए वे पूरी कोशिश करेंगी। साथ ही तिगरी गंगा मेला इस बार और भव्यता से होगा। उसके लिए वे विशेष येाजना बनायेंगी।
रेनू के समर्थकों का कहना है कि वे जिले का विकास करने के लिए तत्पर हैं। सभी उनका सहयोग करें ऐसा उनकी अपेक्षा है।
-गजरौला टाइम्स डॉट कॉम अमरोहा.