अमित शाह ने राहुल गांधी से सवाल किया -क्या यही है कांग्रेस की राष्ट्रभक्ति की परिभाषा?

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भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने अपने ब्लॉग के जरिये कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना लगाया है। उन्होंने राहुल गांधी से सवाल किया है कि क्या यही उनकी राष्ट्रभक्ति की परिभाषा है?

अमित शाह ने लिखा है,'कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी तो इस हताशा में देश विरोधी और देश हित का अंतर तक नहीं समझ पा रहे हैं। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में जो कुछ भी हुआ उसे कहीं से भी देश हित के दायरे में रखकर नहीं देखा जा सकता है।’

शाह ने राहुल से सवाल किया,'मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि इन नारों का समर्थन करके क्या उन्होंने देश की अलगाववादी शक्तियों से हाथ मिला लिया है? क्या वह स्वतंत्रता की अभिवक्ति की आड़ में देश में अलगाववादीयों को छूट देकर देश का एक और बंटवारा करवाना चाहते हैं?’

अमित शाह ने आगे लिखा,'मैं राहुल गांधी से जानना चाहता हूँ कि 1975 का आपातकाल क्या उनकी पार्टी के प्रजातांत्रिक मूल्यों को परिभाषित करता है और क्या वह श्रीमती इंदिरा गांधी की मानसिकता को हिटलरी मानसिकता नहीं मानते?’

शाह ने लिखा,'आतंकी हमले के दोषी अफ़ज़ल गुरू का महिमा मंडल करने वालों और कश्मीर में अलगाववाद के नारे लगाने वालों को समर्थन देकर राहुल गांधी अपनी किस राष्ट्रभक्ति का परिचय दे रहे है?’

जेएनयू विवाद गहराता जा रहा है। उसका हल आसानी से निकलना मुमकिन नहीं। सभी पार्टियां उसपर राजनीति करने में व्यस्त हैं। वरना इतना बवाल नहीं होता।

अमित शाह के ब्लॉग में कांग्रेस पर निशाना इस बात को दर्शाता है कि भाजपा विवाद के लिए कांग्रेस को पूरी तरह जिम्मेदारी ठहरा रही है। उधर कांग्रेस ने पहले ही भाजपा पर ऐसे संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति लाभ कमाने के आरोप लगाये हैं।

-गजरौला टाइम्स डॉट कॉम के लिए मोहित सिंह.