जाट आरक्षण में रोड़ा बनी भाजपा सरकार के खिलाफ यहां भी जाटों के तेवर तल्ख हो गये हैं। केन्द्र तथा हरियाणा की भाजपा सरकार के रवैये से क्षुब्ध अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति की एक बैठक यहां चौ. चरण सिंह मोहल्ले में हुई। बैठक में हरियाणा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गयी तथा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का पुतला भी फूंका गया। पुतला फूंकने वालों में लोकसभा चुनाव में आंख मूंदकर भाजपा को वोटे देने वाले जाटों की संख्या भी अधिक थी।
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बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व जिला पंचायत सदस्य चौ. वीरेन्द्र सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार जानबूझकर जाट आरक्षण में व्यवधान डाल रही है। वह चाहती तो आरक्षण रद्द नहीं हो सकता था। उन्होंने कहा कि अदालत में जानबूझकर तर्कसंगत दलील पेश नहीं की गयी। इसी से यूपीए सरकार द्वारा आरक्षण समाप्त किया गया।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य विपिन चौधरी ने कहा कि केन्द्र जाटों को बलपूर्वक दबाने का प्रयास न करे। सीधे-सीधे केन्द्रीय सेवाओं में आरक्षण जारी करे। यदि यह नहीं हुआ तो उत्तर प्रदेश में हरियाणा से भी खतरनाक स्थिति उत्पन्न हो जायेगी।
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युवा जिलाध्यक्ष अरुण चौधरी बब्बू ने चेतावनी दी कि सरकार हरियाणा में सेना का उपयोग कर खतरनाक खेल-खेलने से बाज आये। सरकार को पता होना चाहिए कि जाट जन्मजात सैनिक होता है। देश की सेना को आपस में भिड़ाना गृह युद्ध को दावत देना है। सरकार को फौरन सेना हरियाणा से हटानी चाहिए तथा अविलंब जाटों की मांगें मान लेनी चाहिए।
बाद में जाट भारी संख्या में थाने चौराहे पर पहुंचे, जहां मनोहर लाल खट्टर के पुतले को आग के हवाले कर दिया। केन्द्र तथा हरियाणा सरकार के खिलाफ जाटों में बेहद रोष था।
बैठक और पुतला फूंकने में चौ. वीरेन्द्र सिंह, विपिन चौधरी, वेदपाल सिंह, अरुण चौधरी बब्बू, सचिन चौधरी, नेमपाल सिंह, देशवीर सिंह, ब्रजपाल सिंह, रवि चौधरी, शशि चौधरी, आदेश अलूना, बलवीर सिंह, प्रदीप चौधरी, गौरव चौधरी, प्रीतम सिंह, कुलदीप सिंह, विपिन पंघेल, चौ. डोरी सिंह, जितेन्द्र सिंह, बलजीत सिंह, अजीत चौधरी, सचिन गिल, नीटू चौधरी, देवेन्द्र सिंह, जागेश कुमार, जोगिन्दर सिंह, कुलवंत सिंह, हरीश चौधरी, विक्रांत चौधरी, नरेन्द्र सिंह, बोबीन सिंह, रोहित सिद्धू, अंकित चौधरी, डिम्पल चौधरी, सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे। संचालन नरेन्द्र और अध्यक्षता देशवीर सिंह चाहल ने की।