अमरोहा जिले में काफी समय से तेन्दुए का शोर है। कई स्थानों पर उसे देखने का लोगों ने दावा भी किया है। मंडी धनौरा तथा गजरौला विकास खंडों का काफी क्षेत्र हस्तिनापुर सेंचुरी में आता है। गंगा के खादर में सैकड़ों गांव आबाद हैं, जो वन क्षेत्र में बसे हैं। ऐसे में खेतों में काम करने वाले लोगों में बेचैनी है। केवल खादर ही नहीं बल्कि एक सप्ताह से तेन्दुआ गजरौला के निकट बसे गांव चाकीखेड़ा, पखरौला, खेड़की खादर तथा आसपास के खेतों में भी दिखाई दिया है।
सप्ताह भर से जंगल में भटक रहा तेंदुआ
अमरोहा जिले में काफी समय से तेन्दुए का शोर है। कई स्थानों पर उसे देखने का लोगों ने दावा भी किया है। मंडी धनौरा तथा गजरौला विकास खंडों का काफी क्षेत्र हस्तिनापुर सेंचुरी में आता है। गंगा के खादर में सैकड़ों गांव आबाद हैं, जो वन क्षेत्र में बसे हैं। ऐसे में खेतों में काम करने वाले लोगों में बेचैनी है। केवल खादर ही नहीं बल्कि एक सप्ताह से तेन्दुआ गजरौला के निकट बसे गांव चाकीखेड़ा, पखरौला, खेड़की खादर तथा आसपास के खेतों में भी दिखाई दिया है।