भारतीय जनता पार्टी देश में कांग्रेस मुक्त भारत की कल्पना कर रही है। उसकी यह मंशा है कि किसी भी तरह भारत में कांग्रेस पार्टी को उखाड़ दिया जाये। अब जबकि अगले साल उत्तर प्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं तो भाजपा के दिग्गज यह कहते फिर रहे हैं कि प्रदेश में सपा और बसपा से मुक्ति के लिए उन्हें वोट दिया जाये। मतलब यह कि उत्तर प्रदेश में मायावती और अखिलेश यादव की सरकार नहीं बननी चाहिए और दोनों से मुक्ति के बाद यह उत्तम प्रदेश बन जायेगा।
भाजपा ने लोकसभा चुनाव से पहले भी ऐसा ही कुछ कहा था। उन्होंने कहा था कि यदि केन्द्र में उनकी सरकार आती है तो सबसे पहले उत्तर प्रदेश से समाजवादी सरकार को हटा दिया जायेगा। कहा तो यहां तक गया था कि उनके आते ही सपा के नेता जेल में होंगे। हकीकत जनता के सामने है। हुआ यह कि मुलायम सिंह यादव और पीएम नरेन्द्र मोदी की दोस्ती पहले से ज्यादा पक्की हो गयी।
भाजपा के नये प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य कह रहे हैं कि प्रदेश में भाजपा 265 सीटों पर कमल खिलाना चाहती है। जबकि उधर सपा के दिग्गज नेता 300 सीटों की बात कर रहे थे। भरोसे के बल पर चुनाव में वोटरों को उत्साहित करने का यह उत्तम तरीका है। वो अलग बात है कि सरकार बनने के बाद प्रदेश की उत्तमता सिर्फ कागजों तक सीमित रह जाती है।