नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों में डा. हनीफ सैफी का नाम भी शामिल हो गया है। डा. सैफी का कहना है कि वे बसपा उम्मीदवार की हैसीयत से मैदान में आयेंगे, बशर्ते पार्टी उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित करे। सैफी इस सिलसिले में बसपा सुप्रीमो मायावती से मिल चुके।
उल्लेखनीय है कि अगले साल नगर निकाय चुनाव होने हैं। यहां से पालिकाध्यक्ष के चुनाव में भाग लेने वालों की सूची लंबी होती जा रही है। गजरौला पहली बार पालिका बना है। अभी तक वह नगर पंचायत था। औद्योगिक नगर का प्रमुख बनने की इच्छा बहुत लोग रखते हैं।
डा. हनीफ सैफी ने दो मदरसे अल्पसंख्यक समुदाय में शिक्षा के लिए खोल रखे हैं तथा स्वयं दवा और दुआ के सहारे चिकित्सा भी कर रहे हैं.
अस्सी वर्षीय हनीफ सैफी लंबे समय से राजनैतिक गतिविधियों से जुड़े रहे हैं। वे बछरायूं निवासी मरहूम रईसउद्दीन वारसी के साथ चुनावी गतिविधियों में संलग्न रहे तथा सभी वर्गों में सामंजस्यपरक व्यवहार को कायम रखने में सफल रहे। हफीजपुरा के डा. परम सिंह तथा छीतरा के मुंशी भोला सिंह चाहल के साथ सहकारिता आंदोलन में उनका सहयोग रहा। वे स्पष्ट, एकतरफा तथा स्वच्छ छवि के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने दो मदरसे अल्पसंख्यक समुदाय में शिक्षा के लिए खोल रखे हैं तथा स्वयं दवा और दुआ के सहारे चिकित्सा भी कर रहे हैं।
डा. हनीफ सैफी मूल रुप से खादर के गांव चकनवाला के निवासी हैं। वे आजकल गजरौला के वार्ड-दस में धनौरा रोड पर निवास करते हैं।
डा. सैफी का कहना है कि बसपा ने उन्हें हरी झंडी दी तो वे चुनाव जरुर लड़ेंगे। विजयी हुए तो गजरौला के लोगों की खिदमत और तरक्की में कोई कमी नहीं छोड़ेंगे। वे सारा जीवन लोगों के सुखों की दुआ करते आ रहे हैं और ताउम्र यही सिलसिला जारी रखेंगे।