खड़गवंशियों को अनुसूचित जाति में शामिल कराना चाहते हैं राणा

नैपाल सिंह राणा खड़गवंशी

छात्र नेता नैपाल सिंह राणा खड़गवंशी समाज को अनुसूचित जाति में शामिल कराने का हरसंभव प्रयास करेंगे। इसके लिए उन्होंने समाज के शिक्षित नवयुवकों को लामबंद कर सरकार के सामने मजबूती से अपनी बात रखने की तैयारी शुरु कर दी है।

नैपाल सिंह राणा का कहना है कि गंगा के खादर में बसा खड़गवंशी समाज आजकल आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक और राजनैतिक स्तर पर दलित वर्ग से भी पिछड़ गया है। लोगों की बदतर हालत के कारण विकास की दौड़ में वे सबसे पीछे रह गये हैं। राणा का कहना है कि उन्हें समाज के दूसरे तबकों के साथ कदमताल के लिए सहारे की आवश्यकता है। यदि जल्दी ही इस उपेक्षित वर्ग की ओर ध्यान नहीं दिया गया तो हमारे समाज के एक महत्वपूर्ण तबके के साथ यह नाइंसाफी होगी।

नैपाल सिंह राणा अतुल प्रधान

राणा कहते हैं कि हमें अनुसूचित जाति में शामिल किये जाने से आगे बढ़ने के अवसर मिलेंगे इसलिए यह बहुत जरुरी है। वे इसके लिए काफी समय से प्रयासरत हैं तथा लोकसभा चुनाव के दौरान हसनपुर आये मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सामने यह मांग रखी थी, जिसे पूरा कराने का उन्होंने वादा भी किया था, लेकिन अभी तक वह पूरा नहीं हुआ।

खड़गवंशी नेता राणा खादर में बसे अपने समाज के विकास और उत्थान के लिए नवयुवकों को एकजुट करने में लगे हैं तथा अपने काम में सफल भी हो रहे हैं.

नैपाल सिंह राणा ने बताया कि मई के पूर्वाद्ध में वे अपने साथियों के साथ लखनऊ में राज्यपाल से मिले और उन्हें इस सिलसिले में एक ज्ञापन दिया, जिसे उन्होंने केन्द्र सरकार को कार्रवाई के लिए भेज भी दिया था। इससे उम्मीद बंधी है कि उनकी मंशा पूरी होगी। ज्ञापन देने के लिए उनके साथ कैलाश कुमार, राजेश राणा, गणेशी, अरविन्द राणा और मान सिंह राणा आदि युवक गये थे।

खड़गवंशी नेता राणा खादर में बसे अपने समाज के विकास और उत्थान के लिए नवयुवकों को एकजुट करने में लगे हैं तथा अपने काम में सफल भी हो रहे हैं। वे सपा के वरिष्ठ नेता अतुल प्रधान के संपर्क में भी हैं। प्रधान के सहयोग की वे बराबर सराहना करते हैं।

-गजरौला टाइम्स डॉट कॉम गजरौला.