ठग लोगों को झांसे में लेकर अपना उल्लू सीधा कर ही लेते हैं। हालांकि वे सभी के साथ ऐसा नहीं कर पाते, लेकिन जाने-अनजाने लोग उनका शिकार हो जाते हैं।
अमरोहा जिले के गजरौला ब्लॉक के जांटोवली के रहने वाले अशोक को जब अनजान फोन कॉल से बताया गया कि उसकी लाखों की लॉटरी लग गयी है, तो वह फूला नहीं समाया। कहा गया कि आइडिया कंपनी की ओर ओर से उसे लॉटरी के रुप में ढाई लाख की रकम मिलने वाली है।
बाद में अशोक को टैक्स चुकाने की बात भी कही गयी जिसे उसने मान लिया। टैक्स की रकम 14,500 बतायी गयी। उसे एक अकाउंट नंबर दिया गया जिसमें उसे वह रकम जमा करनी थी। उसने 17 मई को छह हजार रुपये पहली किश्त के रुप में जमा कर दिये। अगले दिन यानि 18 मई को पांच हजार रुपये और 19 मई को साढ़े तीन हजार की रकम जमा की।
अशोक जैसे जाने कितने लोग फोन पर आयी फर्जी कॉल या मैसेज पर यकीन कर लेते हैं और ठगी का शिकार बन जाते हैं.
अशोक ने बताया कि पैसा जमा करने के बाद जब उसने अनजान फोन नंबर पर फिर से बात करने की कोशिश की तो बात नहीं हुई। फोन नंबर बंद आ रहा था। उसे तब अहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हुआ है। उसके साढ़े चौदह हजार रुपये चले गये।
अशोक जैसे जाने कितने लोग फोन पर आयी फर्जी कॉल या मैसेज पर यकीन कर लेते हैं और ठगी का शिकार बन जाते हैं। ऐसे मामले आयेदिन सुनने को मिलते हैं।
गजरौला में कांशीराम कालोनी में एक महिला वहां रहने वाले लोगों से लगभग तीन लाख रुपये ठग कर फरार हो गयी। कमाल यह था कि वह तीन साल से उनके साथ ही रह रही थी। उसने बहुत चालाकी से कालोनी में रहने वाले सभी लोगों से मेलजोल बढ़ा लिया था और वह उनके सगे की तरह रहने लगी थी।
ठगी करने वाली महिला ने चार स्वयं सहायता समूह से भी करीब एक लाख रुपये लिया था.
महिला ठग ने प्लाट खरीदने के नाम पर लगभग साढ़े तीन लाख रुपये लोगों से उधार लिये और जल्द वापस देने की बात कही। वह अपना सारा सामान भी अपने साथ ले गयी। लोगों को भरोसा था कि वह वापस लौटकर उनका एक-एक पैसा चुका देगी, मगर वह तीन माह बीत जाने के बाद भी नहीं लौटी।
लोगों ने उसे ढूंढ़ने की बहुत कोशिश की लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल सका। यहां तक की उस महिला ने चार स्वयं सहायता समूह से भी करीब एक लाख रुपये लिया था।
अमरोहा में भी कई लोग ठगी का शिकार हो चुके हैं। यहां तक की सरकारी विभाग का एक बाबू भी इससे नहीं बच सका। उसने एक अनजान फोन कॉल पर अपना बैंक एटीएम पिन बता दिया। बाद में जब उसके खाते से पैसे निकाले जाने का एसएमएस आया तो उसे ठगी का पता चला। उसी तरह गजरौला में भी एक फैक्ट्री कर्मी से फोन कर उसका एटीएम पिन पूछ लिया गया। उसके खाते से भी लगभग दस हजार की रकम उड़ गयी।