ट्रेनों की गति धीरे-धीरे बढ़ायी जायेगी। इस काम में रेल विभाग लगा हुआ है।
डीआरएम प्रमोद कुमार ने कहा कि रोजा और लखनऊ के बीच काम लगभग खत्म हो गया है। वहां कार्य अंतिम चरण में है। करीब एक महीना में कार्य पूरा हो जायेगा। उसके बाद रेलगाड़ियों की अधिकतम गति वहां 110 किलोमीटर प्रति घंटा हो जायेगी।
उसके बाद रोजा से बरेली के बीच काम होगा। धीरे-धीरे रेलगाड़ियों की गति बढ़ायी जा रही है।
साथ ही रोजा से मुरादाबाद के बीच काम किया जायेगा जिसमें रेलगाड़ियों की गति बढ़ जायेगी। सफर आसान हो जायेगा। जो समय पहले ट्रेन की धीमी गति के कारण खर्च होता था, वह कम हो जायेगा। इससे सफर जल्दी पूरा हो जायेगा।
उधर टेल्गो के परीक्षण हुए हैं जिनमें यहां की रेलवे लाइनों की परख भी हुई है। जानकारों का मानना है कि टेल्गो से गति मिलेगी और समय की बचत होगी। साथ ही बिजली भी सामान्य से तीस फीसद कम खर्च होगी।