जाटों ने आरक्षण को लेकर फिर से हुंकार भरी है। जाट आरक्षण संघर्ष समिति की ओर से जल्द ही एक बड़ा आंदोलन शुरु किया जायेगा जिसमें उत्तर प्रदेश, हरियाणा, गुजरात सहित दूसरे प्रदेशों के जाट भी भारी संख्या में शामिल होंगे। समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि यूपी विधानसभा चुनाव से पहले हम जाटों को आरक्षण दिलाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। सरकारों पर इसका दबाव बनाने के लिए रणनीति बन गयी है। जल्द आंदोलन को व्यापक स्तर पर किया जायेगा।
अमरोहा के कुंदन मॉडल इंटर कालेज में एक सभा का आयोजन किया गया। जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय संयोजक यशपाल मलिक सभा में बुखार के कारण नहीं पहुंच सके। उनके स्थान पर प्रदेश अध्यक्ष मानवेन्द्र वर्मा ने रणनीति पर चर्चा की।
सभा में कहा गया कि केन्द्रीय सेवाओं में यदि जल्द जाटों को आरक्षण नहीं दिया गया तो जाट आगामी यूपी के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का खुलकर बहिष्कार करेंगे। चुनाव के दौरान उन्हें गांवों में भी घुसने नहीं दिया जायेगा।
23 अक्टूबर को काफूरपुर से जाट आंदोलन की शुरुआत की जायेगी। मंडल स्तरीय रैली यहीं से शुरु होगी। उसमें प्रदेश के अलावा दूसरे प्रदेशों के लोग भी शामिल होंगे।
मेरठ-सहारनपुर मंडल में दूसरी रैली का आयोजन 6 नवंबर को मेरठ में होगा। उसके बाद हाथरस और अलीगढ़ में रैली आयोजित की जायेगी।
23 अक्टूबर से पूर्व यशपाल मलिक अमरोहा जिले के गांवों का जायजा लेंगे। काफूरपुर में होने वाले जाट आंदोलन को लेकर जाट समाज के लोग एकजुट हो रहे हैं। कई वर्ष पहले भी काफूरपुर में रेल रोको आंदोलन हुआ था जब भारी संख्या में जाट रेल ट्रैक पर जम गये थे। तब कांग्रेस ने जाटों की मांगें मान ली थीं।
-टाइम्स न्यूज़ अमरोहा.
Gajraula Times के ताज़ा अपडेट के लिए हमारा फेसबुक पेज लाइक करें या ट्विटर पर फोलो करें. आप हमें गूगल प्लस पर ज्वाइन कर सकते हैं ...