विधानसभा चुनाव में जाट रैलियां और नुक्कड़ सभाओं का आयोजन कर लोगों में भाजपा को हराने का प्रचार करेंगे। ये विचार अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष मानवेन्द्र वर्मा ने समिति की एक होटल में आयोजित बैठक में यहां व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में भाजपा सरकार ने जाटों के खिलाफ दूसरी जातियों को एकजुट कर खड़ा करने की कोशिश की है।
बैठक को संबोधित करते हुए समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने मौजूद जाट सरदारों को स्मरण कराया कि भाजपा ने हरियाणा में जाट बनाम अन्य का नारा देकर जाट नौजवानों की हत्यायें करायीं। हिन्दूवाद का नारा देने वाली इस पार्टी ने जाटों को हिन्दुओं में अछूत बनाने की कोशिश की। जबकि वहां विधानसभा चुनाव से पूर्व भाजपा 'सबका साथ-सबका विकास' का नारा देकर वोट मांग रही थी।
जरुर पढ़ें : हरियाणा में भाजपा सरकार ने 135 जाटों पर देशद्रोह के केस ठोके
यशपाल मलिक ने भाजपा नेतृत्व पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने जाटों को आश्वस्त करने और उनकी मांगे पूरी करने के लिए प्रधानमंत्री से वार्ता करायी। उन्होंने आरक्षण दिलाने का वादा किया लेकिन बाद में इस दिशा में चुप्पी साध गये।
उन्होंने भाजपा अध्यक्ष और प्रधानमंत्री को जाट विरोधी करार देते हुए कहा कि वित्तमंत्री अरुण जेटली के नेतृत्व में एक कमेटी का बहाना बनाया गया, यही वजह है कि अभी तक कमेटी नहीं बनी और न ही आगे बनने की उम्मीद है।
प्रदेश अध्यक्ष मानवेन्द्र वर्मा तथा जिलाध्यक्ष डा. देशमुख ने बताया कि जाटों को आरक्षण की भाजपा से अब उम्मीद नहीं है तथा बेकसूर जाटों पर लगे मुकदमे भी वापस नहीं लिये जा रहे। ऐसे में हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश तथा उत्तर प्रदेश के जाट एकजुट होकर उत्तर प्रदेश चुनाव में भाजपा को हराने का अभियान छेड़ेंगे। इसके अलावा कोई चारा नहीं है।
बैठक में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य यशवीर सिंह, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य महीपाल सिंह, सुरजीत सिंह, सूरजभान सिंह, मधु सिंह, समरपाल सिंह, वीरेन्द्र सिंह, इलम सिंह, आदि जाट नेताओं ने भी विचार रखे। जल्दी ही उत्तर प्रदेश के दूसरे जनपदों में भी जाट संघर्ष समिति की बैठकों के आयोजन किये जायेंगे।
-टाइम्स न्यूज़ बिजनौर.
Gajraula Times के ताज़ा अपडेट के लिए हमारा फेसबुक पेज लाइक करें या ट्विटर पर फोलो करें. आप हमें गूगल प्लस पर ज्वाइन कर सकते हैं ...