राष्ट्रीय लोकदल के पश्चिमी उत्तर प्रदेश महासचिव चौ. शूरवीर सिंह ने कहा
है कि जब तक किसानों की अपनी सरकार सत्ता में नहीं आयेगी तबतक किसान का भला
नहीं होने वाला।
उन्होंने कहा कि चुनावों के दौरान झूठ बोलकर किसानों के वोटों से सत्ता में पहुंचे लोग बाद में किसानों को भूल जाते हैं। रालोद नेता ने किसानों को सचेत करते हुए कहा कि किसानों को बरबाद करने वाले चुनाव आते ही फिर उन्हें फुसलाने में लग गये हैं। प्रदेश और केन्द्र दोनों स्थानों पर किसानों को बहकाने वाले सत्तासीन हैं। यदि फिर इन लोगों को मौका दिया गया तो गांव, गरीब और किसान की कहीं सुनवाई नहीं होगी।
चौ. शूरवीर सिंह यहां मौजूदा कृषि संकट पर टाइम्स से बात कर रहे थे। उन्होंने किसानों की दुर्दशा के लिए देश और प्रदेश के कर्णधारों को उत्तरदायी ठहराया तथा कहा कि चौ. चरण सिंह और महेन्द्र सिंह टिकैत जैसे नेताओं के आदर्शों पर चलने वाले नेता ही गांव तथा किसान के हितैषी हो सकते हैं। मौजूदा राजनैतिक धाराओं का प्रवाह येनकेन प्रकारेण सत्ता हासिल करना है। उनका देश, गांव या किसान से कोई सरोकार नहीं।
रालोद नेता ने किसानों से कहा कि चौ. अजीत सिंह बेदाग छवि के नेता हैं। उन्होंने संपूर्ण राजनैतिक जीवन में किसानों के हित के लिए काम किया। उन्होंने उद्योग मंत्री रहते हुए भी किसानों के लिए काम किया। पश्चिम से पूरब तक पूरे उत्तर प्रदेश में जो चीनी मिल लगे हैं यह चौ. अजीत सिंह की ही देन हैं। वे सत्ता में किसानों के लिए रहे हैं। उत्तर प्रदेश के किसानों का उन्होंने हमेशा ध्यान रखा है।
रालोद महासचिव ने किसानों को सचेत किया कि चौ. अजीत सिंह के हाथ मजबूत करने के लिए सभी किसानों को एकजुट होना होगा, नहीं तो किसानों को पूछने वाला कोई नहीं होगा। उन्होंने चिंता जतायी कि सपा, भाजपा और बसपा साम्प्रदायिक और जातीय राजनीति करके किसानों और मजदूरों में वर्ग विभाजन के बीच रोपकर वैमनस्य बढ़ाते रहे हैं। लोगों को इनसे सचेत रहने की जरुरत है।
-टाइम्स न्यूज़ गजरौला.
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