शराब के लिए कैश बांट रहे प्रत्याशी

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ठंडे मौसम में मतदाताओं विशेषकर चुनाव प्रचारकों में इसकी बेहद मांग है.


मतदाताओं को लुभाने के लिए शराब को बड़ा हथियार मानते हुए निर्वाचन आयोग ने सख्त कदम उठाया। उम्मीदवारों के कार्यालयों तथा दूसरे ठिकानों पर उसकी कड़ी निगाह के बावजूद उम्मीदवार चुनाव में सुरापान कराने से बाज नहीं आ रहे हैं। ठंडे मौसम में मतदाताओं विशेषकर चुनाव प्रचारकों में इसकी बेहद मांग है। जिसे पुरा करना उम्मीदवारों के लिए जरुरी हो गया है। आयोग की निगाह बचाकर यह काम चल रहा है। सभी उम्मीदवार चुनाव जीतने के लिए इस अनचाही मांग को पूरा करने को मजबूर हैं।

शाम के समय चुनाव प्रचार पूरा करने के बाद शराब के शौकीनों को नकद राशि बांट दी जाती है। वे स्वेच्छा से दुकान से शराब खरीदकर अपनी इच्छा पूरी कर लेते हैं। इस विधि से आदर्श चुनावी आचार संहिता के खिलाफ कार्रवाई करने वालों को पता भी नहीं चलता और उम्मीदवारों और मतदाताओं का काम भी जारी रहता है।

-टाइम्स न्यूज अमरोहा.


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