शिवभक्तों की आवभगत में जुटे गजरौलावासी

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हरिद्वार और ब्रजघाट से लौट रहे हैं भगवान आशुतोष के पुजारी.


महाशिवरात्रि पर शिव का जलाभिषेक करने के लिए कांवड़ लाने वाले शिवभक्तों का जमावड़ा गजरौला में लगना शुरु हो गया है। हरिद्वार से गंगा जल लेकर लौट रहे शिवभक्तों के जत्थों का स्वागत करने वालों ने जगह-जगह उनके मार्गों में कैंप लगाये हैं। उनके ठहरने, भोजन, नाश्ते से लेकर स्नान और शौच आदि के लिए पूरी व्यवस्था की है।

हरिद्वार से सड़क मार्ग से पैदल आने वाले जत्थों की सुरक्षा का भी पुलिस और प्रशासन ने व्यापक बंदोबस्त किया है। मुख्य मार्गों पर भारी वाहनों का रुट डायवर्जन किया गया है। ऐसे में भोले भक्त निसंकोच भक्ति भाव के साथ अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान कर रहे हैं।

ये लोग गजरौला में हरिद्वार मार्ग से सलेमपुर की ओर से प्रवेश कर रहे हैं। नगर में एक दर्जन से भी अधिक स्थानों पर उनके शरण स्थल स्थानीय समाजसेवियों ने अस्थायी रुप से बनाये हैं। यहां थाना चौक पर गंगा प्याऊ शिव मंदिर पर विशेष व्यवस्था की गयी है।

मंदिर समिति प्रबंधक तथा भाजपा नेता रामकृष्ण चौहान स्वयं पूरे दिन कांवड़ियों को नाश्ता, खाना और सेवा में लगे रहते हैं। सेवानिवृत्त सेक्रेट्री साहब भी उनके साथ जुटे हुए हैं। चाय, पकौड़े, पकौड़ी तथा भोजन की व्यवस्था सभी आंगतुकों को हर समय उपलब्ध है।

गजरौला-में-कांवर-वाले

टेंट लगाकर श्रद्धालुओं के ठहरने की बहुत ही उत्तम व्यवस्था की गयी है। लोग यहां आराम कर फिर मंजिल पर बढ़ चलते हैं। कांवड़ों के रख-रखाव और पवित्रता बनाये रखने के लिए सेवादार हर समय तैयार हैं।

यहां से 8 किलोमीटर दूर बिजनौर सड़क मार्ग पर जोगीपुरा के पास शिव भक्तों के भंडारे, ठहरने तथा शौच-स्नान आदि की शानदार व्यवस्था, बुलंदशहर के सामाजिक संगठन की ओर से की गयी है। यह क्रम कई साल से जारी है। यहां विशाल शिव प्रतिमा भी स्थापित कर दी गयी है।

महाशिवरात्रि के मौके पर गजरौला पूरी तरह शिवमय हो जाता है। सभी मार्गों पर यहां से विभिन्न जनपदों को श्रद्धालु प्रस्थान करते हैं। उधर ब्रजघाट से भी कांवड़ लायी जाती हैं। नेशनल हाइवे पूरी तरह हर हर महादेव के जयकारों से गुंजायमान है।

-टाइम्स न्यूज़ गजरौला.


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