विधानसभा चुनाव समाप्त होते ही, राज्य निर्वाचन आयोग के सिर पर नगर निकाय चुनाव कराने का बोझ आ गया है जिसके लिए उसने तैयारियों का खाका तैयार कर काम शुरु कर दिया है। ये चुनाव उत्तर प्रदेश में 15 जुलाई से पूर्व संपन्न होने हैं।
उत्तर प्रदेश में नगर पंचायत, पालिका परिषद तथा नगर निकायों के चुनाव होने हैं। जिसमें मतदाता सूचियां, आरक्षण कार्य आदि में काफी समय लगता है। निकायों में अध्यक्षों, सभासदों, मेयरों तथा पार्षदों के पदों के लिए आरक्षण प्रणाली और उसके लागू होने की प्रतीक्षा में हैं। यह पहला काम है। इसी के साथ नगर निकाय चुनावों की हलचल तेज हो जायेगी।
![]() |
हरपाल सिंह, गजरौला नगर पालिका के अध्यक्ष. |
कई लोग तैयार हैं पालिकाध्यक्ष बनने को
यहां से अबतक एक दर्जन से अधिक लोग पालिकाध्यक्ष का चुनाव लड़ना चाहते हैं जिनमें पूर्व जिला पंचायत सदस्य वीरेन्द्र सिंह, मौजूदा पालिकाध्यक्ष हरपाल सिंह, पूर्व पालिकाध्यक्ष रोहताश कुमार शर्मा, सभासद डा. आशुतोष भूषण शर्मा, भाजपा नगर प्रमुख तथा सभासद सुरेन्द्र सिंह औलख, अशोक कुमार कश्यप, जिला पंचायत सदस्य भूपेन्द्र सिंह, अरविन्द अग्रवाल, आदि लोगों के नाम शामिल हैं। आरक्षण प्रक्रिया पूरी होने के बाद चुनावी जंग के लड़ाकों का सही पता चल पायेगा।
जरुर पढ़ें : नगर निकाय चुनाव : पिछड़ा वर्ग को मौका क्यों नहीं?
-टाइम्स न्यूज़.
Gajraula Times के ताज़ा अपडेट के लिए हमारा फेसबुक पेज लाइक करें या ट्विटर पर फोलो करें. आप हमें गूगल प्लस पर ज्वाइन कर सकते हैं ...