जब मजदूर की फंसी टांग को निकालने में लगा आधा घंटा..

उसके पैर को कटर की मदद से लगभग 35 मिनट की मशकत के बाद निकाला गया.

पिछले 15 दिनों से पुल को तोडने का कार्य चल रहा है. बृजघाट तीर्थनगरी के रेलवे स्टेशन का पुल लगभग पिछले सात-आठ वर्षों से बंद पड़ा है. नये पुल से गाड़ियों का संचालन हो रहा है तथा पुराने पुल को रेलवे बोर्ड द्वारा तोड़ने के आदेश भी कर दिये गये हैं.

जब मजदूर की फंसी टांग को निकालने में लगा आधा घंटा..

गुरूवार को लगभग दो बजे जब मजदूर पुल तोड़ने का कार्य कर रहे थे कि अचानक वकील पुत्र हुकमुदीन जिला मुज्जफरनगर उ.प्र. का पैर पुल के पिलर मे बुरी तरह से फंस गया. बाद में उसके पैर को कटर की मदद से लगभग 35 मिनट की मशकत के बाद निकाला गया. इस दौरान वकील गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे तत्काल स्थानीय चिकित्सक के यहां ले जाया गया. हालत देखते हुए वकील को मेरठ के लिए रैफर कर दिया गया.

बृजघाट तीर्थनगरी के रेलवे स्टेशन का पुल

इस घटना से मजदूरों में हडकंप मचा हुआ है. ऊपर चढकर किसी भी मजदूर की काम करने की हिम्मत नहीं हो रही है.

-ब्रजघाट से नरेश शर्मा. 


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