भाजपा सरकार की कर्जमाफी की घोषणा को किसानों ने धोखा करार देना शुरु कर दिया है। किसानों के सबसे बड़े संगठन भाकियू ने इस सिलसिले में कई जगह कर्जमाफी की मौजूदा नीति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर बदलाव की मांग कर सभी किसानों के कर्ज माफ करने को आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
भाकियू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौ. विजयपाल सिंह, जिलाध्यक्ष उम्मेद सिंह, मा. भगवंत सिंह, जमील अहमद तथा सतेन्द्र सिंह का कहना है कि चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री ने जनसभाओं में बार-बार सारे किसानों का सारा कर्जा माफ करने का ऐलान किया था। उन्होंने सरकार बनते ही किसानों का सारा कर्जा माफ करने का भी वादा किया था। जिलाध्यक्ष उम्मेद सिंह ने कहा कि सत्ता मिलते ही भाजपा नेतृत्व के सुर बदल गये। अब पूरा मामला ही उलझाया जा रहा है। कर्ज माफी की घोषणा करने वाले पीएम ने अपना पल्ला ही झाड़ लिया और कर्ज माफी प्रदेश सरकार के मत्थे मढ़ दी। उन्होंने कहा कि यह किसानों से सरासर धोखा है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने चेतावनी दी है कि किसानों का सारा कर्जा माफ नहीं किया गया तो वे आंदोलन छेड़ने को बाध्य होंगे।
जिला महामंत्री जमील अहमद ने कहा कि भाजपा किसानों से झूठे वादे कर केन्द्र में सत्तासीन हो गयी। बाद में प्रदेश में भी किसानों को बहकाकर कुर्सी हथिया ली। किसानों को बार-बार धोखा नहीं दिया जा सकता। उन्होंने कहा कि सूबे की सरकार एक सप्ताह में किसानों का कर्जा माफ करे। यदि ऐसा नहीं किया गया तो सारे किसान सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़ देंगे। सशर्त कर्ज माफी किसानों को मंजूर नहीं।
-टाइम्स न्यूज़ अमरोहा.
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