राहुल बंसल नामक उच्च शिक्षा प्राप्त नौजवान नगर की कई समस्याओं की पड़ताल के बाद इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि इनके निदान के बिना गजरौला विकास नहीं कर सकता। राहुल पालिकाध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार हैं। उन्होंने बड़ी बेबाकी से हमारे सवालों का जबाव दिया और गजरौला के लोगों के हित तथा नागरिक सुविधाओं पर अपना मंतव्य स्पष्ट किया।
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राहुल बंसल. |
हमारा सीधा सवाल था कि पालिकाध्यक्ष की मंशा के पीछे उनका उद्देश्य क्या है? बंसल ने कहा कि समाजसेवा और गजरौला के लोगों को उनका हक दिलाना। उन्होंने बताया कि औद्योगिक प्रदूषण से पेयजल भी दूषित हो गया, हवा में सांस लेना दूभर है, अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है। गृहकर और जलकर में भारी धांधली है। पार्किंग स्थल के बिना ही वाहनों पर पार्किंग शुल्क लादा जा रहा है। नगर को सुविधायें प्रदान करने के बजाय चेयरमेन अपना विकास कर रहे हैं।
राहुल बंसल के दादा स्व. त्रिलोकीचंद बसंल, कुमराला गांव के मूल निवासी थे। उन्होंने गजरौला की पहली मंडी स्थापित कर गांव के कृषि उत्पादों को बाजार में सुविधा उपलब्ध करायी। राहुल के पिता वीरेन्द्र बंसल शस्त्र विक्रेता हैं। जबकि राहुल चाहते हैं कि अपनी युवा टीम के साथ वे नगर के लोगों की सेवा में जुटें। उन्होंने बताया कि नगर के नौजवानों की भावना का आदर करते हुए वे पालिकाध्यक्ष का चुनाव लड़ना चाहते हैं। उन्हें मौका मिला और उन्हें पालिकाध्यक्ष का दायित्व सौंपा गया तो वे हर क्षेत्र में नगर को नयी ऊचाईयों पर ले जाने में सफल होंगे।
-टाइम्स न्यूज़ गजरौला.
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