सूबे की सरकार बदलने के बावजूद किसान कोई राहत नहीं महसूस कर रहे। इस सिलसिले में अपनी समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन की ब्लॉक इकाई ने एक पंचायत का आयोजन किया। पंचायत में आलू की खरीद और डींगरा बिजलीघर के चालू करने की मांग थी। साथ ही सरकार को चेतावनी दी गयी कि यदि 24 घंटे में उन्हें संतुष्ट नहीं किया गया तो रेल और सड़क मार्ग जाम किये जायेंगे। पंचायत में सांसद और विधायक पर भी वादा खिलाफी का आरोप लगाया गया।
मंडी परिसर में आयोजित भाकियू बैठक में ब्लॉक अध्यक्ष डूंगर सिंह ने सरकारी व्यवस्था पर उंगली उठाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा आलू का मूल्य तय करने और सरकार द्वारा खरीदने की घोषणा खोखली ही रह गयी। उन्होंने सबूत पेश करते हुए कहा कि किसान तारा सिंह का आलू गजरौला के क्रय केन्द्र पर कई दिन से पढ़ा है लेकिन उसे नहीं खरीदा जा रहा। उन्होंने सरकार को चेताया कि यदि 24 घंटों में किसान का आलू नहीं खरीदा गया तो किसान मिलकर रेल और सड़क मार्गों को जाम करने को बाध्य होंगे।
किसानों ने विधायक राजीव तरारा पर भी वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने चुनाव पूर्व वादा किया था कि एक माह में डींगरा बिजलीघर चालू करा दिया जायेगा लेकिन उन्होंने इधर झांक कर भी नहीं देखा। किसानों ने शीघ्र ही बिजलीघर चालू कराने और जर्जर तारों को बदलने की मांग की।
पंचायत में महावीर सिंह, निरंजन सिंह, लाखन सिंह, भोला सिंह, तारा सिंह, शिव कुमार त्यागी, भूरे सिंह, साहब सिंह आदि किसानों ने विचार व्यक्त किये।
-टाइम्स न्यूज़ मंडी धनौरा.
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