दलित समुदाय के गांव को हसनपुर की बगल में बसे होने के बावजूद हसनपुर विधानसभा से हटाकर गांव से चालीस किमी. दूर स्थित नौगांवा सादात कस्बे के नाम पर बने नये विधानसभा क्षेत्र में जोड़ दिया गया। मुबारकपुर कलां नामक यह गांव हसनपुर नगर पालिका से मात्र 200 मीटर दूर झकड़ी रोड पर बसा है।
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मुबारकपुर कलां हसनपुर नगर पालिका. |
यहां से चालीस किमी. दूर स्थित नौगांवा सादात कस्बे के नाम पर सपा के कुछ नेताओं को अपना नाम चमकाने के लिए नयी विधानसभा सीट बनाने की गुदगुदी उठी। इसके लिए परिसीमन में भी पूरी नासमझी का परिचय दिया गया। हसनपुर विधानसभा सीट के गांव मुबारकपुर कलां को हसनपुर से सटा होने के बावजूद नौगांवा सादात में जोड़ दिया गया। पहले से भेदभाव के शिकार दलितों के इस गांव के लोगों को परेशान करने का एक यह निराला ढंग खोजा गया। वैसे तहसील बनाने वालों को जनता ने पटखनी देकर चुनाव में अपना फैसला सुना दिया।
टूटी सड़कों, थोड़ा बरसते ही जलभराव का शिकार, बिजली, पानी की समस्याओं से जूझते इस गांव के लोग हर बार चुनाव में वोट मांगने वालों द्वारा ठगे जाते रहे हैं। पिछली विधानसभा सीट में भी उनका विधायक मंत्री बनाया गया था लेकिन इस गांव की ओर उसका ध्यान नहीं गया। इस बार भी उनका विधायक मंत्री बन गया है लेकिन अभी तक वह भी यहां तक नहीं पहुंचा।
गांव वाले अब विकास की बात पीछे कर अपने गांव को हसनपुर से जोड़ने की मांग कर रहे हैं। नौगांवा में शामिल होकर वे और भी उपेक्षित होने का खतरा महसूस कर रहे हैं।
-हसनपुर से अंकुर शेट्टी.
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