नवागत डीएम नवनीत सिंह चहल ने कार्यभार ग्रहण करते ही जिस ततपरता से जिले की सुस्तायी सरकारी मशीनरी के पेंच कसने का काम शुरु किया, उससे सुखद परिणामों की उम्मीद जगी है तथा बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास विभाग के कर्मचारी सुधार की ओर चल पड़े हैं। डीएम ने चकबंदी और राजस्व जैसे महकमों की शिकायतें मिलते ही त्वरित आवश्यक कदम उठाये हैं। सभी विभागों में डीएम की कार्यशैली से काम में तेजी आयी है तथा लापरवाह और भ्रष्ट कर्मचारियों में भय व्याप्त है।
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डीएम नवनीत सिंह चहल. |
बिजली विभाग में अवर अभियंताओं और बाबुओं पर रिश्तखोरी के आरोप लगते रहे हैं। एक जेई का गत दिनों रिश्वत लेते स्टिंग भी किया गया था। इस तरह की आम शिकायतें हैं। शिकायत मिलते ही डीएम स्वयं ही सक्रिय हो गये हैं तथा अफसर भी सचेत हैं। ऐसे लोगों पर प्रशासन की कड़ी नजर है।
डीएम ने अधीक्षण अभियंता से लिखित जवाब तलब किया है कि लोगों की शिकायतों पर कितने भ्रष्ट कर्मियों के खिलाफ मुकदमा या दूसरी कार्रवाई की गयी है। भ्रष्टाचारियों को बख्शा नहीं जायेगा।
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मंडी धनौरा के चालीस गांवों में बिजली बंद होने की शिकायत निगरानी समिति की बैठक में विधायक राजीव तरारा की ओर से की गयी थी। डीएम ने गजरौला के एक्सईएन को इन गांवों की बिजली तत्काल चालू कराने का निर्देश भी दिया है।
बिजली विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है। विजिलेंस टीम गांवों में अनावश्यक छापामारी कर लोगों को डराकर उनसे अवैध वसूली कर रही थी। यदि इस तरह की सूचना मिली तो इस टीम के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
डीएम द्वारा भ्रष्टाचार विरोधी अभियान से बिजली के साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य तथा सभी विभागों में खलबली है।
-टाइम्स न्यूज़ अमरोहा.
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