स्वच्छता के लिए केन्द्र और राज्य सरकारें जुटी हुई हैं। मगर गांवों में स्थिति जस की तस बतायी जा रही है। खुले में शौच करने वालों की संख्या समय के साथ-साथ कम जरुर हुई है लेकिन पूरी तरह से खत्म नहीं हो सकी। सरकार ने विज्ञापनों और अन्य तरह से खुले में शौच मुक्ति की बात लगातार कही है। अब कहा जा रहा है कि साल के अंत तक जिला अमरोहा के सभी गांवों को खुले में शौच मुक्त किया जायेगा। इसके लिए एक कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
शासन ने सख्त निर्देश दिये हैं कि 31 दिसंबर 2017 तक अमरोहा के सभी 601 गांवों को खुले में शौच मुक्त किया जाये। हाल में एक वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान निदेशक विजय किरन ने मुख्य विकास अधिकारी और जिला पंचायत राज अधिकारी को एक सप्ताह में कार्य योजना तैयार करने को कहा है।
2016-17 में 32 हजार के करीब शौचालयों का निर्माण का लक्ष्य रखा गया था। महज 26 हजार पर यह आंकड़ा सिमट गया। बाकी शौचालयों का निर्माण अफसरों की हीलाहवाली में ही लटका रहने की बात सामने आ रही है। उन्होंने गौर ही नहीं किया कि उनका लक्ष्य क्या था। 2017-18 वित्तीय वर्ष के लिए सभी ग्राम पंचायतों के लिए एक लाख के करीब शौचालयों के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही यह भी हिदायत दी है कि निर्माण मानक अनुरुप हो।
-टाइम्स न्यूज़ अमरोहा.
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