किसानों के कर्ज माफ नहीं हुए तो आंदोलन -भाकियू

'चुनाव पूर्व किसानों के कर्ज माफी की घोषणा करने वाले प्रधानमंत्री खामोश हो गये'.

जिलाध्यक्ष चौ. उम्मेद सिंह की अगुवाई में भारतीय किसान यूनियन ने कर्ज माफी समेत कई मांगों के लिए प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन कलैक्ट्रेट में सक्षम अधिकारी को सौंपा। इस मौके पर जोरदार नारेबाजी और प्रदर्शन भी किया गया।

भाकियू जिलाध्यक्ष उम्मेद सिंह ने कहा कि चुनाव पूर्व किसानों के कर्ज माफी की घोषणा करने वाले प्रधानमंत्री खामोश हो गये। सत्ता के तीन वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं। यह किसानों के साथ सरासर धोखा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्दी ही किसानों के सारे कर्ज माफ नहीं किये गये तो सरकार के खिलाफ जोरदार आंदोलन चलाया जायेगा।

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जिलाध्यक्ष ने कहा कि जहां भी भाजपा की सरकार है उन सभी राज्यों में किसानों के साथ छल किया जा रहा है। उन्होंने मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के किसानों का हवाला देकर कहा कि दोनों राज्यों कि किसानों के साथ धोखा किया गया है। इसलिए वे न्याय के लिए मजबूर होकर आंदोलन की राह पर चल पड़े हैं। भाकियू नेता ने कहा कि उत्तर प्रदेश का किसान दूसरे राज्यों के अपने भाईयों के साथ है। उन्होंने कहा कि भाकियू दोनों राज्यों के किसानों के आंदोलन का समर्थन करती है।

इस दौरान मंडी धनौरा के भाकियू ब्लॉक अध्यक्ष डूंगर सिंह ने कहा कि सूबे की सरकार बनते ही पहली कैबिनेट बैठक में किसानों का कर्ज माफ करने की घोषणा की गयी थी जबकि सरकार बने तीन माह होने वाले हैं और प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री किसानों के कर्जमाफी समेत सभी समस्याओं पर खामोशी धारण कर गये हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य भी नहीं मिल रहा। उन्होंने फसलों का उचित मूल्य दिलाने की मांग की।

अपनी मांगों को पूरा करने के लिए भाकियू नेताओं ने कलेक्ट्रेट में प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। इससे पूर्व भाकियू के समर्थन और अपनी समस्यायें को लेकर किसानों ने जोरदार नारेबाजी और प्रदर्शन किया। साथ ही जोरदार आंदोलन की चेतावनी भी दी।

इस मौके पर भाकियू जिला महासचिव देवराज सिंह, सुभाष आजाद, रामनाथ सिंह, ऋषिपाल सिंह, पीतम सिंह आदि मौजूद थे।

-टाइम्स न्यूज़ अमरोहा.


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