महाराष्ट्र में किसानों ने देवेन्द्र फडणवीस सरकार का विरोध शुरु कर दिया है। किसानों ने हड़ताल की घोषणा की है। वे तबतक सब्जी और दूध सप्लाई बंद रखेंगे जबतक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं। मुख्यमंत्री फडणवीस और किसान क्रांति जन आंदोलन कोर कमिटी के बीच बातचीत विफल रही। उसके बाद किसानों ने हड़ताल की घोषणा की है। हड़ताल का असर दिखाई देने लगा है।
किसानों ने कर्ज माफी, फसल की लागत का डेढ़ गुना मूल्य, ब्याज मुक्त कर्ज, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करना, किसान पेंशन, बिजली आदि मांगें रखी हैं। किसानों ने गुस्से में आकर दूध को सड़कों पर बहा दिया। सब्जियों और फलों की आपूर्ति को बाधित किया जा रहा है। नासिक, सतारा, पुणे आदि हिस्सों में किसान उग्र हो रहे हैं।
सरकार और किसानों की समस्याओं पर वार्ता विफल रहने के बाद किसानों ने यह कदम उठाया है। केन्द्र में नरेन्द्र मोदी सरकार पर भी किसानों की उपेक्षा के आरोप लगे हैं। वहीं योगी सरकार ने कर्ज माफी की बात कही थी, वह नहीं हुई। इससे यूपी के किसानों ने भी सरकार का विरोध किया और भाकियू व अन्य संगठन ऐसा अब भी कर रहे हैं। उधर मध्य प्रदेश में भी सरकार की नीतियों के खिलाफ 1 जून से किसान हड़ताल पर हैं।
-टाइम्स न्यूज़.
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