जिला पंचायत अध्यक्ष रेनु चौधरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने में विफल रहीं जिला पंचायत सदस्य सरिता चौधरी और उनके पति भूपेन्द्र सिंह ने उन्हें ठेकेदारी में कथित धांधली के आरोपों के जरिये घेरने की कोशिश शुरु कर दी है। उन्होंने जिलाधिकारी से शिकायत कर जांच की मांग की है। डीएम ने मुख्य विकास अधिकारी से जांच कराने का आश्वासन देकर कहा है कि रिपोर्ट आने पर तदनुसार कार्रवाई की जायेगी।
डीएम तथा एडीएम को भेजे शिकायती पत्र में भूपेन्द्र सिंह तथा सरिता सिंह ने कहा है कि जिला पंचायत द्वारा ग्राम पंचायतों में कार्य कराना वर्जित है। फिर भी इसके विपरीत जिला पंचायत अध्यक्ष ने बहुत सी ग्राम पंचायतों में काम कराये हैं। शिकायती पत्र में निविदा प्रकाशन के समय जरुरी औपचारिकतायें पूरी नहीं करने का भी आरोप है। पत्र के अनुसार ई. टेंडरिंग व्यवस्था में निविदाओं के विज्ञापन की जरुरत नहीं रहती लेकिन ठेकेदारों से अवैध वसूली का यह तरीका अपनाया गया जबकि जिला पंचायत का धन अनावश्यक रुप से बरबाद हुआ।
चतुर्थ राज्य आयोग के निर्देश के अनुसार जिला पंचायत की विभागीय परिसंपत्तियों के अनुरक्षण और सृजन हेतु आवंटित बजट में जो धन राशि सुरक्षित रखी जाती है उसके भी कार्य प्रकाशित करा दिये गये। पत्र में भूपेन्द्र सिंह तथा सरिता सिंह ने कई और आरोप भी लगाये हैं जिनमें जिला पंचायत अध्यक्ष को कार्यालय में निपटाने वाले कार्य को अपने आवास पर निपटाना शामिल है।
शिकायती पत्र पर संज्ञान लेते हुए डीएम नवनीत सिंह चहल ने सीडीओ से जांच कराकर हकीकत जानकर आगे की कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
-टाइम्स न्यूज़ अमरोहा.
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