मीट फैक्ट्री संचालकों के खिलाफ बड़ी लड़ाई को तैयार पीएफए

तालाबंदी के बाद भ्रष्टाचार पर घेरेंगे संचालकों को पीएफए प्रदेश प्रभारी डॉ. शुक्ला.

पीएफए के उत्तर प्रदेश प्रभारी डॉ. रवीन्द्र शुक्ला ने दावा किया है कि बछरायूं में स्थापित आधुनिक पशु वधशाला को बंद कराकर जिस प्रकार उन्होंने उसमें ताला डलवाया है उसी प्रकार उसके संचालकों द्वारा तत्संबंधी कई अनियमितताओं की भी जांच करा इस अवैध धंधे के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। वे इस अवैध कत्लखाने के संचालकों के मामले में खामोश नहीं बैठने वाले।

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डॉ. रवीन्द्र शुक्ला, पीएफए के उत्तर प्रदेश प्रभारी.
डॉ. शुक्ला यहां पीएफए कार्यालय पर अपनी टीम सदस्यों को संबोधित कर रहे थे। बछरायूं स्थित ए.क्यू. फ्रोजन फूड्स लि. मीट फैक्ट्री पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी के पुत्र अफजाल सिद्दीकी और पूर्व विधायक हाजी शब्बन की पत्नि शहनाज द्वारा संचालित है। जिसे हस्तिनापुर वन्य जीव विहार में वन विभाग से एनओसी लिए बिना चालू कर दिया गया था। यही नहीं अग्निशमन विभाग से भी एनओसी नहीं ली गयी थी। डॉ. शुक्ला ने कहा कि इससे भी मजेदार बात यह है कि दोनों विभागों के अधिकारी मीट फैक्ट्री के खिलाफ किसी भी कानूनी कार्रवाई से खामोश रहे।

पीएफए प्रभारी ने कहा कि उनके प्रयास से हालांकि मीट फैक्ट्री बंद हो गयी लेकिन वे अपनी लड़ाई इसके खिलाफ जारी रखेंगे। वे चाहते हैं फैक्ट्री संचालकों के खिलाफ कई दूसरे मामलों में भी कार्रवाई हो, उन भ्रष्ट अधिकारियों से भी पूछताछ हो जिन्होंने बिना वैध औपचारिकतायें पूरी किये वर्षों से चलने दिया।

डॉ. शुक्ला ने कहा कि उन्होंने यह मामला उत्तर प्रदेश शासन तक उठाया और नवागत डीएम नवनीत सिंह चाहल ने संज्ञान लेते ही फैक्ट्री पर तुरंत ताला डलवा दिया। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही केन्द्र तथा राज्य सरकारों से बड़ी कार्रवाई करायी जायेगी। जिससे फैक्ट्री दोबारा न चल सके। फैक्ट्री संचालकों के खिलाफ उनके पास भ्रष्टाचार तथा कालेधन के पर्याप्त सबूत हैं जिनके आधार पर मुकदमा चलाया जायेगा।

इस मौके पर टीम सदस्य भगवानदास, अरुण त्यागी, कपिल शर्मा, राकेश जिंदल, हुकमवीर सिंह, घनश्याम, मनोज कुमार, परमाल सिंह, शंकर सिंह आदि मौजूद थे।

-टाइम्स न्यूज़ गजरौला.


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