बसपा उम्मीदवार जाफर मलिक को यहां से मुस्लिम-दलित मतदाताओं के आधार पर टिकट दिया गया है। इन दोनों समूहों के मत कुल मतों का एक तिहाई बैठते हैं लेकिन दलित मतदाता बसपा उम्मीदवार को एकजुटता के साथ पसंद नहीं कर रहे और कई दलित नेता जिनमें पूर्व चेयरमेन हरपाल सिंह तथा विधायक राजीव तरारा भाजपा उम्मीदवार अंशु नागपाल के साथ खड़े हैं जबकि पृथी सिंह और देवेन्द्रपाल सिंह गुड्डू जैसे दो बसपा नेता निर्दलीय रोहताश कुमार के साथ खुलकर खड़े हैं।
ऐसे में जाफर मलिक का जातीय गणित कमजोर पड़ गया है। उधर सपा ने दलित कल्लू सिंह को अपना उम्मीदवार खड़ा कर बसपा उम्मीदवार के लिए मुश्किल पैदा कर दी है। फिर भी मलिक अपनी जीत की दावेदारी तथा दलित मुस्लिम गठजोड़ पर भरोसा कर प्रचार में जुटे हैं।
-टाइम्स न्यूज़ गजरौला.
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