जे.के. समूह की औद्योगिक इकाई उमंग डेयरी के प्रबंधकों तथा श्रमिकों का विवाद आसानी से सुलझने की उम्मीद नहीं है। आंदोलनरत श्रमिकों ने कंपनी पर बकाया पीएफ का भुगतान करने को आठ दिन की मोहलत दी है। यदि ऐसा नहीं हुआ तो श्रमिक आंदोलन उग्र रुप धारण करेगा। यह चेतावनी श्रमिक नेताओं ने इस संबंध में एक ज्ञापन एडीएम महमूद आलम अंसारी को सौंपने के बाद डेयरी प्रबंधन को दी है।
आंदोलनकारी ठेकेदार के माध्यम से कई वर्षों से डेयरी में सेवारत हैं जिनका 120 रुपये पीएफ कटता है। श्रमिकों का कहना है कि कई माह से यह पैसा उनके खातों में नहीं पहुंच रहा। वे बार-बार एचआर प्रबंधक से इस संबंध में कह चुके लेकिन उन्हें न तो कोई संतोषजनक उत्तर दिया जाता है और न ही उन्हें यह धन दिया जा रहा है। श्रमिकों का कहना है कि वे आर्थिक तंगी के माहौल में जीवन जी रहे हैं जिसमें यह धन उनके लिए बहुत बड़ी राशि है। प्रबंधन जानबूझकर उनका धन हड़पना चाहता है। जिसमें ठेकेदार की भी मिलीभगत से इंकार नहीं किया जा सकता।
जरुर पढ़ें : पीएफ न मिलने से उमंग डेयरी के श्रमिकों में रोष
श्रमिकों का यह भी आरोप है कि प्रबंधक उन्हें डरा धमका कर उनका पैसा हड़पना चाहते हैं। उन्हें काम बंद कराने की धमकी इस स्पष्ट प्रमाण है। इस सिलसिले में 25 श्रमिकों के नाम गेटबंदी के आदेश के साथ गेट पर चस्पा कर उन्हें धमकाने का षड़यंत्र रचा गया है।
श्रमिकों का कहना है कि वे प्रबंधन के शोषण और उत्पीड़न के खिलाफ आंदोलन जारी रखेंगे और किसी भी धमकी से डरने वाले नहीं। श्रमिक अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। जो हक मिलने तक जारी रहेगी।
इस दौरान दीपक भड़ाना, संदीप भड़ाना, सोनू चौहान, देवेन्द्र सिंह विधूड़ी, कपिल कुमार, महिपाल सिंह, ओमकार गिरि आदि ने आंदोलन की कमान थाम रखी है।
-टाइम्स न्यूज़ गजरौला.
Gajraula Times के ताज़ा अपडेट के लिए हमारा फेसबुक पेज लाइक करें या ट्विटर पर फोलो करें. आप हमें गूगल प्लस पर ज्वाइन कर सकते हैं ...