बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा ने बंद किए जन धन योजना के डेढ़ हजार खाते

परेशान खाताधारकों का सवाल क्या गरीबों की कमाई छीनने को खुलवाए थे खाते?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गरीबों के हित का ढोल पीट कर शुरू की गई जन धन योजना गरीबों के लिए छलावा सिद्ध हुई है। इसका सबूत यहां की एक सरकारी बैंक शाखा में 1000 से अधिक इस योजना के खाते बंद कर दिए जाने से मिला है। जीरो बैलेंस के बहाने खुलवाए इन खातों में जमा गरीबों का पैसा भी बैंक शाखा ने जब्त कर लिया। इस सिलसिले में कई लोगों ने जब हंगामा किया तो शाखा प्रबंधक ने उन्हें बलपूर्वक बाहर खदेड़ दिया।

jan-dhan-yojna-narendra-modi

यहां बुध बाजार में बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा है। प्रधानमंत्री जनधन योजना चालू कर केंद्र सरकार ने जीरो बैलेंस पर खाता खोलने का आदेश सरकारी बैंकों को दिया था। जिसके तहत इस बैंक में हजारों खाते खोले गए। बाद में खाता धारकों से इन खातों को चालू रखने के लिए रकम डालने को कहा गया। कई लोगों ने गैस सब्सिडी जैसी योजनाओं से अपने खाते लिंक कर दिए। ऐसे लोगों ने कई कई माह तक मिली सब्सिडी की रकम को वहीं जमा रहने दिया, कुछ लोग बीच में खातों में दूसरे लेन-देन भी करते रहे।

जावेद और कवि नगर निवासी देवेंद्र इस आशय से बैंक गए कि वह अपने खातों में आ चुकी गैस सब्सिडी की रकम निकालें। देवेंद्र के मुताबिक वह कई माह से खाते में आ रही रकम निकालने का फार्म भरकर काउंटर पर गया तो बताया गया कि उसका खाता कम जमा रकम के कारण बंद कर दिया गया है। दूसरे कई ग्राहकों को भी यही बताया गया। जिस पर हंगामा खड़ा हो गया।

वरिष्ठ प्रबंधक ने गार्डों और फोर्स के बल पर लोगों को बाहर निकलवा दिया। इन लोगों का सवाल है कि क्या गरीबों के पैसे छीनने को खुलवाए थे जनधन खाते?

वरिष्ठ प्रबंधक संदीप सिंह से इस बाबत पूछने पर उन्होंने बताया कि आगे से आदेश मिलने पर ऐसे खाते बंद किए गए जिनमें कम लेनदेन हुआ। इस तरह की डेढ़ हजार के करीब खाते इस शाखा ने बंद किए हैं। इन खातों में गरीबों के जितने भी पैसे जमा थे वह बैंक ने नहीं लौटाये। यह कई लाख रूपये बताए जाते हैं।

-टाइम्स न्यूज़ गजरौला.


Gajraula Times  के ताज़ा अपडेट के लिए हमारा फेसबुक  पेज लाइक करें या ट्विटर  पर फोलो करें. आप हमें गूगल प्लस  पर ज्वाइन कर सकते हैं ...