"हमारा तो फ़ॉर्मूला यही है कि टैलेंटेड लोगों के लिए 20 फीसदी सीटों को अलग कर लो"

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'अपने यहां इतने टैलेंटेड लोग हैं ही नहीं कि 20 फीसदी सीट भरेंगी नहीं तो 10-15 फीसदी का रख सकते हैं'

यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आरक्षण की मांग फिर से उठा दी है। उनका कहना है कि आरक्षण की बात करने वालों पर कुछ लोगों को लगता है कि आरक्षण के चलते टैलेंटेड लोगों को जगह नहीं मिल रही है। हमारा मानना है कि आरक्षण व्यवस्था के तहत दलितों और पिछड़ों को पचास फीसदी से कम आरक्षण पर समिति रखा जा रहा है। यह उन्होंने बीबीसी से खास बातचीत में कहा था।

अखिलेश यादव ने आरक्षण पर अपनी बात रखते हुए कहा कि हमारा फार्मूला यही है कि बैकवर्ड-फॉरवर्ड का झगड़ा खत्म हो जाएगा। हर समुदाय के लोगों को गिन लिया जाए और आबादी के हिसाब से उनका हक दे देना चाहिए। जिसकी जितनी आबादी है, उस हिसाब से सबको आरक्षण दे देना चाहिए।

उनका कहना है कि हमारा तो फ़ॉर्मूला यही है कि टैलेंटेड लोगों के लिए 20 फीसदी सीटों को अलग कर लो। इसमें जो मेरिट लिस्ट टॉपर हो चाहे जिस भी जाति का हो, उसे टैलेंटेड लोगों के पूल में रख लो।

अखिलेश यह भी कहते हैं कि हालांकि अपने यहां इतने टैलेंटेड लोग हैं ही नहीं कि 20 फीसदी सीट भरेंगी नहीं तो 10-15 फीसदी का रख सकते हैं। जो टैलैंटेड हैं, वो इस पूल के ज़रिए सामने आएं।

अखिलेश यादव के ये विचार राजनितिक तौर पर बहुत महत्व रखते हैं और फिर से आरक्षण पर बहस को जन्म दे सकते हैं।