भाजपा की सरिता चौधरी का अमरोहा की जिला पंचायत अध्यक्ष बनना तय हो गया है.
रेनू चौधरी को जिला पंचायत अध्यक्ष पद से हटाने वाली सरिता चौधरी का जिला पंचायत अध्यक्ष बनने का रास्ता अब साफ हो गया है। अपनी कमजोर स्थिति को भांप रेनू चौधरी ने सरिता चौधरी के सामने आखिर हथियार डाल दिए। वे उपचुनाव में भाग लेने की घोषणा कर चुकी थीं लेकिन राजनीतिक मैदान में छात्र जीवन से लेकर जीवन के दसवें दशक में सफर कर रहे चौ. चन्द्रपाल सिंह ने कमजोर स्थिति के मद्देनजर रेनू चौधरी के फिर से मैदान में आने से इंकार करके स्थिति साफ कर दी।
पूर्व ग्राम प्रधान भाजपा नेता चौ. भूपेन्द्र सिंह बड़े संघर्ष और उठापटक के बीच जहां रेनू चौधरी के ससुर और राजनीति के वरिष्ठ खिलाड़ी चौ. चन्द्रपाल सिंह को पटखनी देने में सफल रहे। जबकि उनके इस सफर में कैबीनेट मंत्री चेतन चौहान उनके विरोध में रहे, हालांकि अंत में जब उन्हें यह पता चल गया कि भूपेन्द्र सिंह का पलड़ा भारी हो चुका तो उन्हें कहना पड़ा कि वे भूपेन्द्र के पक्ष में हैं। सरिता चौधरी को भाजपा उम्मीदवार घोषित होने के बाद ही चौहान खुलकर उनके पक्ष में आये।
भाजपा सांसद कंवर सिंह तंवर, धनौरा विधायक राजीव तरारा और पार्टी के जिलाध्यक्ष ऋषिपाल सिंह नागर पहले ही सरिता चौधरी के पक्ष में थे।
पढ़ें : धर्मेन्द्र सिंह 'लालू' बने गजरौला ब्लॉक प्रमुख
इधर गजरौला ब्लॉक प्रमुख के पद पर भाजपा के धर्मेन्द्र सिंह लालू और जल्दी ही जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर सरिता चौधरी की ताजपोशी से जिले में दो महत्वपूर्ण पद जाट बिरादरी को मिलने से भाजपा अब उस अपराधबोध से मुक्त होने का दावा कर सकती है कि वे सत्ता में जाटों को भागीदार नहीं बनाना चाहती है।
वैसे जिस तरह से यह सब हुआ उसमें दोनों पदों को कब्जाने में उम्मीदवारों का निजि प्रयास तथा रणनीति ही कारगर रहीं। भाजपा इसमें गौण रही।
-टाइम्स न्यूज़ अमरोहा.
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चौधरी भूपेन्द्र सिंह और पूर्व कैबिनेट मंत्री चौधरी चन्द्रपाल सिंह. |
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रेनू चौधरी और सरिता चौधरी. |
पूर्व ग्राम प्रधान भाजपा नेता चौ. भूपेन्द्र सिंह बड़े संघर्ष और उठापटक के बीच जहां रेनू चौधरी के ससुर और राजनीति के वरिष्ठ खिलाड़ी चौ. चन्द्रपाल सिंह को पटखनी देने में सफल रहे। जबकि उनके इस सफर में कैबीनेट मंत्री चेतन चौहान उनके विरोध में रहे, हालांकि अंत में जब उन्हें यह पता चल गया कि भूपेन्द्र सिंह का पलड़ा भारी हो चुका तो उन्हें कहना पड़ा कि वे भूपेन्द्र के पक्ष में हैं। सरिता चौधरी को भाजपा उम्मीदवार घोषित होने के बाद ही चौहान खुलकर उनके पक्ष में आये।
भाजपा सांसद कंवर सिंह तंवर, धनौरा विधायक राजीव तरारा और पार्टी के जिलाध्यक्ष ऋषिपाल सिंह नागर पहले ही सरिता चौधरी के पक्ष में थे।
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धर्मेन्द्र सिंह लालू, गजरौला ब्लॉक प्रमुख. |
इधर गजरौला ब्लॉक प्रमुख के पद पर भाजपा के धर्मेन्द्र सिंह लालू और जल्दी ही जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर सरिता चौधरी की ताजपोशी से जिले में दो महत्वपूर्ण पद जाट बिरादरी को मिलने से भाजपा अब उस अपराधबोध से मुक्त होने का दावा कर सकती है कि वे सत्ता में जाटों को भागीदार नहीं बनाना चाहती है।
वैसे जिस तरह से यह सब हुआ उसमें दोनों पदों को कब्जाने में उम्मीदवारों का निजि प्रयास तथा रणनीति ही कारगर रहीं। भाजपा इसमें गौण रही।
-टाइम्स न्यूज़ अमरोहा.