![]() |
यही वजह रही कि फैक्ट्री प्रबंधकों ने मजदूरों की किसी बात पर कोई गौर नहीं किया. |
खेल और युवा कल्याण मंत्री चेतन चौहान की उपेक्षा के शिकार तथा फैक्ट्री प्रबंधन के शोषण से त्रस्त एएसपी फैक्ट्री के कामगार बड़े आंदोलन को मजबूर हैं। इस सिलसिले में बैठक कर पीड़ित मजदूरों ने एक सभा की।
मजदूरों की एक सभा रमाबाई डिग्री कालेज में हुई। सभा में उन्होंने मन की भड़ास निकाली। प्रबंधकों के शोषण पर चर्चा की और फैसला किया कि उनकी न्यायिक मांगों को जब तक नहीं सुना जा रहा तो आंदोलन के सिवाय उनके पास दूसरा कोई विकल्प नहीं।
वक्ताओं ने कहा कि वर्षों से उनका शोषण जारी है। औद्योगिक क्षेत्र की सभी इकाईयों से कम वेतन और दूसरी सुविधायें उन्हें मिलती हैं। इसके बावजूद अभी तक वर्ष 16-17 का बोनस भी उन्हें नहीं मिला। वे इसके लिए बार-बार प्रबंधकों से निवेदन करते आ रहे हैं लेकिन उनपर कोई असर नहीं पड़ता।
पिछले दिनों कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान से भी मजदूरों का एक प्रतिनिधिमंडल उनसे इस बारे में उनकी पेपर मिल में मिला था। उन्होंने कोई ठोस आश्वासन देने के बजाय प्रबंधकों से बात करने की बात कह कर उन्हें टाल दिया था। यही वजह रही कि फैक्ट्री प्रबंधकों ने उनकी बातों पर कोई गौर नहीं किया।
कामगारों ने बैठक में प्रबंधकों को अंतिम चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही उनको बोनस नहीं दिया गया तो वे एकत्र होकर फैक्ट्री गेट पर हड़ताल करने को मजबूर होंगे। इसके लिए प्रबंधक जिम्मेदार होंगे।
सभा में सुभाष चन्द, नरेश कुमार, दीपक भाद्वाज, दीपक गुप्ता, वीरेन्द्र कुमार, कुमारेश सरकार, नरेन्द्र सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, जितेन्द्र सिंह, सुनील कुमार, पुष्पेन्द्र सिंह, विपिन शर्मा, मुकेश कुमार आदि मौजूद थे।
-टाइम्स न्यूज़ गजरौला.