चुनाव आयोग की 'गुप्त सूचना' भाजपा के आईटी सेल के संचालक को कैसे मिल गई?

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चुनाव आयोग ने कहा है कि चुनाव से जुड़ी संवेदनशील जानकारी लीक हुई है जिसके ख़िलाफ़ आयोग उचित कार्रवाई करेगा.

बीजेपी की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय को उस समय ट्विटर पर घेरा जाने लगा जब उन्होंने कर्नाटक के मतदान की तारीखों का अपने अकाउंट पर ऐलान कर दिया. चुनाव आयोग से पहले ही मालवीय ने ट्वीट कर दिया था. उन्होंने मतगणना की तिथि 18 मई लिखी, जबकि चुनाव आयोग के अनुसार कर्नाटक में वोटों की गिनती 15 मई को होगी. मतदान की तिथि के विषय में उनका ट्वीट बिल्कुल सही था. चुनाव आयोग ने भी कर्नाटक में मतगणना की तारिख 15 मई बतायी.

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अमित मालवीय का ट्वीट जिसने बखेड़ा खड़ा किया जिसे बाद में हटा लिया गया.
चर्चा यह है कि चुनाव आयोग की गुप्त सूचना अमित मालवीय को कैसे पहले ही पता लग गयी थी. हालांकि मालवीय ने फजीहत से बचने के लिए अपना बचाव किया और ट्वीट को हटा दिया था. उन्होंने एक निजी न्यूज़ चैनल का हवाला भी दिया. लेकिन प्रश्न तो उठ रहे हैं कि चुनाव आयोग की गुप्त जानकारी लीक कैसे हो गयी.

चुनाव आयोग ने कहा है कि चुनाव से जुड़ी संवेदनशील जानकारी लीक हुई है जिसके ख़िलाफ़ आयोग उचित कार्रवाई करेगा. क्या अमित मालवीय के खिलाफ कोई कार्रवाई होगी, इस तरह के प्रश्न सोशल मीडिया पर लोग पूछ रहे हैं.

इस मामले के बाद से ही विपक्ष ने बीजेपी पर हमला बोल दिया है. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा है कि घोषणा किए जाने से पहले चुनाव आयोग जिन सूचनाओं के गुप्त होने का दावा करता है, वो सूचना भाजपा के आईटी सेल के संचालक को कैसे मिल गई?

अमित मालवीय इससे पहले भी अपने ही खड़े किए विवादों में घिर चुके हैं.