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''ऐसे उद्योग जो प्रदूषण वाहक का काम रहे हैं उन्हें यहां से हटवाने के लिए हमें काम करना होगा'' |
कई राज्यों से आए जाट सरदारों ने इस मौके पर कहा कि युवा पीढ़ी नशा जैसी विकृति का शिकार हो पतन की राह पर चल रही है। इस भयानक खतरे के निदान के लिए समाज में नशे के खिलाफ अभियान चलाने की जरुरत है। वक्ताओं ने दहेज दानव के बढ़ते विस्तार पर भी चिंता की तथा इस कुप्रथा पर भरपूर प्रहार की वकालत की। कहा कि हम सभी को नशे और दहेज के खिलाफ शपथ लेनी चाहिए और जब तक इन दोनों दुश्मनों का नाश नहीं हो जाता हमें शांत नहीं बैठना होगा।
तेजवीर सिंह अलूना ने कहा कि खाली दिमाग शैतान का घर होता है। बढ़ती बेरोजगारी भी खाली युवाओं को निराशा और नशे की ओर धकेल रही है। हमें गजरौला में स्थापित उद्योगों में प्राथमिकता के साथ क्षेत्रीय युवाओं को काम दिलाने का दबाव बनाना होगा। उन्होंने कहा कि ऐसे उद्योग जो प्रदूषण वाहक का काम रहे हैं उन्हें यहां से हटवाने के लिए हमें काम करना होगा। इनसे वायु और जल बुरी तरह प्रभावित हुए हैं तथा यहां न पानी पीने लायक रहा तथा न हवा सांस लेने योग्य। उन्होंने औद्योगिक प्रदूषण के खिलाफ भी अभियान चलाने की मंशा जाहिर की। तेजवीर सिंह ने पूरे जाट समाज को संगठित होकर मजबूती के साथ अपनी तथा देश की प्रगति में जुटने का आहवान किया।
बैठक में मोहित सिद्धू, मनीष बेनीवाल, गौरव चौधरी, लोकेन्द्र सिंह, प्रदीप चौधरी, रोहित राहीवाल, राजवीर सिंह, देवराज सिंह, जगवीर सिंह, मयंक लिट्ट, महेन्द्र सिंह, संजय सिद्धू, डा. पुष्पेन्दर मलिक, आदि ने विचार व्यक्त किए। अध्यक्षता प्रदीप चौधरी तथा संचालन लोकेन्द्र सिंह ने किया।
-टाइम्स न्यूज़ गजरौला.