![]() |
आतिशबाजी को लेकर पर्यावरण सुरक्षा की बाबत कई जागरुक लोगों से चर्चा पढ़ें... |
'पहले ही जहरीले हो चुके वातावरण को और जहरीला नहीं होने देना चाहिए' -चौ. शूरवीर सिंह
'आतिशबाजी अविलम्ब बंद होनी चाहिए, दिवाली का वास्तविक आनन्द तभी मिलेगा' -डॉ. बीएस जिन्दल
'दिवाली के मौके पर सुगंधित सामग्री के बजाय आतिशबाजी करना किसी भी तरह उचित नहीं' -नवीन गर्ग
'दिवाली पर गलत परंपराओं को समाप्त करने से ही हम सब का भला है' -प्रमोद कुमार गर्ग
'दीपावली ज्ञान के प्रकाश का पर्व है, इसे खतरनाक धुंध से बचाना होगा' -अरविन्द अग्रवाल
'केवल वायु ही दूषित नहीं हो रही बल्कि तमाम खाद्य पदार्थों में भी जहर घुल रहा है' -डॉ. एल.सी. गहलौत
'आतिशबाजी हर प्रकार की गंदगी को पैदा करती है, इससे बचना ही बेहतर है' -डॉ. श्याम सिंह