गैरजरुरी परम्पराओं को तोड़ने का संकल्प लिया जाट समुदाय ने

jat panchayat gajraula
कई समाजसेवी सम्मानित, मृतक-भोज आदि के निषेध का अहवान किया.
यहां आयोजित जाट समाज की बैठक में कई परम्पराओं को तिलांजलि देते हुए प्रगतिशील विचारों के साथ समाज को आगे ले जाने का आहवान किया। इस मौके पर समाज सेवाओं में संलग्न कई लोगों को सम्मानित किया गया। जाटों ने बैठक में सभी वर्गों एवं समुदायों के साथ सदभावपूर्ण मेल-मिलाप के साथ प्रत्येक जरुरतमंद का सहयोग करने का भी निर्णय लिया।

तेजवीर सिंह अलूना के संयोजन में हुई इस बैठक में दिल्ली और उत्तर प्रदेश के अनेक जागरुक जाट बंधु मौजूद थे। राष्ट्रीयता से ओतप्रोत जाट समुदाय के इन लागों ने समाजिक रुढि़यों और कई आडम्बरों से ऊपर उठकर आगे बढ़ने का फैसला लिया। मृतक-भोज पर रोक लगाने तथा अंतिम संस्कार गंगा तट के बजाय अपने खेतों में करने पर भी लोग सहमत थे। सिंहपुर सानी के वीरेन्द्र सिंह ने अपनी तेरहवीं न मनाने की घोषणा की जबकि आरकपुर के मदनपाल सिंह ने अपना मृत शरीर दान करने का वचन दिया।

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इस मौके पर तेजवीर सिंह अलूना ने ‘हैल्पिंग हैंड फॉर एवरी वन’ नामक समाजसेवी संगठन का ऐलान किया। इसके सानिध्य में आगामी गंगा मेले में तिगरी में निशुल्क चिकित्सा शिविर तथा कई जरुरतमंदों को वस्त्र आदि प्रदान किए जायेंगे।

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कार्यक्रम में सामाजिक क्षेत्र में सेवायें देने वाले कई लोगों को सम्मानित किया गया। इस दौरान योग गुरु सुखवीर सिंह, समाजसेवी भीष्म आर्य, डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह, अरुण गिल, अमित चहल, सतपाल सिंह, मयंक लिट्ट, गौरव चौधरी, मनीष बेनीवाल, जगवीर सिंह गिल, अंकुश ढिल्लो, धीरेन्द्र सिंह, रंजीत महल आदि जाट बंधु मौजूद रहे।

-टाइम्स न्यूज़ गजरौला.