शिक्षा की शमा को रौशन करने वाले अख्तर अली नहीं रहे

akhtar ali gajraula
दरियापुर बुजुर्ग के मूल निवासी अख्तर अली का शिक्षा के प्रति गहरा लगाव था.
अमन पब्लिक स्कूल के संस्थापक अध्यक्ष अख्तर अली का 65 वर्ष की आयु में निधन हो गया। खुशमिजाज अख्तर अली काफी समय से बीमार थे। उनके बेटे शरीफ अख्तर ने उनका काफी इलाज कराया लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल पायी। निकटवर्ती गांव दरियापुर बुजुर्ग के मूल निवासी अख्तर अली नाम-मात्र का अक्षर ज्ञान रखते थे लेकिन शिक्षा के प्रति उनका लगाव ही था कि उन्होंने अशिक्षा के अंधकार को खत्म करने के लिए गजरौला में खादगूजर मार्ग पर प्राथमिक स्तर से 2005 में स्कूल शुरु किया। माली हालत बहुत अच्छी न होने के बावजूद वे मिलने वालों के सहयोग से आठ-दस कमरों की इमारत में आठवीं तक की कक्षायें चलाने में सफल हुए। उनका सपना स्कूल को इंटरमीडियेट तक करने का था लेकिन अनायास बीमारी ने उन्हें जकड़ लिया और चिर-निद्रा तक पहुंचा दिया।

उनके निधन से शिक्षा जगत में शोक की लहर दौड़ गयी। उनके शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देने वालों की भारी संख्या थी। वे मिलने वाले हर व्यक्ति से मुस्कराकर मिलते थे। उन्हें कभी किसी से विवाद करते नहीं देखा गया। एक मामूली किसान परिवार में जन्में अख्तर अली का तमाम जीवन दूसरों को खुशी प्रदान करने, सबको शिक्षित देखने, आपसी सद्भाव और सादगी के बीच गुजरा। धार्मिक संकीर्णता उन्हें छू तक नहीं गयी थी।

उनके बेटे शरीफ अख्तर ने बताया कि वह उनके अधूरे काम को पूरा करने में कोई कमी नहीं छोड़ेंगे तथा शिक्षा की जिस शमा को वे रौशन कर गए हैं उसकी रोशनी को घर-घर पहुंचाने का काम करेंगे।

~टाइम्स न्यूज़ गजरौला.