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योग एक सरल एवं सम्पूर्ण जीवन पद्धति है जो सभी लोगों के लिए उपयोगी है. |
इस अवसर पर योगाचार्य अमरपाल ने केवल योगासनों का अभ्यास ही नहीं कराया बल्कि उनके बारे में विस्तार से समझाया। उन्होंने कहा कि योग एक सरल एवं सम्पूर्ण जीवन पद्धति है जो सभी लोगों के लिए उपयोगी है। योगाचार्य ने मौजूद लोगों, महिलाओं और बच्चों को यौगिक जागिंग, सूर्य नमस्कार एवं सूक्ष्म व्यायाम के साथ लम्बाई बढ़ाने तथा मेरुदंड से सम्बंधित आसनों का अभ्यास कराया।
चन्द्रमोहन वन ने साधनापाद के सूत्रों का वाचन, स्मरण एवं व्याख्या कर कहा कि बिना साधन के जीवन को स्वस्थ और सुखी नहीं रखा जा सकता है। जीवन में तप परमावश्यक है।
डॉ. कुलवीर सिंह ने शरीर रचना एवं क्रिया विज्ञान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शरीर को पूर्ण क्रियाशील बनाये रखने के लिए पाचन ठीक होना जरुरी है जिसके लिए सात्विक आहार बड़ी शर्त है।
शिविर संयोजक ओंकार सिंह ने बताया कि एक्यूप्रेशर विधि में शरीर के रोगों का इलाज संभव है।
उन्होंने कहा कि नस-नाड़ियों तथा प्रेशर बिन्दुओं की पूरी जानकारी इसके लिए जरुरी है। एक्यूप्रेशर हमारी प्राचीन नाड़ी विद्या है जिसके द्वारा हमारे प्राचीन ऋषि-मुनि और योगाचार्य रोगियों का त्वरित इलाज करते थे।
प्रशिक्षण शिविर शुरु करने से पूर्व ईश वन्दना की गयी। यह शिविर श्रंखला 25 दिन तक जारी रहेगी।
इस मौके पर हरपाल सिंह, भरत सिंह, संजीव, महेन्द्र, धर्मेन्द्र, अंकुर, भानुप्रताप, रोहित, विकास, नरेन्द्र, रीनू, श्वेता, आकांक्षा, हिमांशी, भीष्म आर्य, आशु, मुकुल, सन्देश, कोमल, स्वाति, निशा, आदि उपस्थित रहे।
~टाइम्स न्यूज़ गजरौला.